मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, पश्विम बंगाल समेत देश के कई हिस्सों से हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं। विपक्ष इसके लिए भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार बता रहा है। इसी बीच अब भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कांफ्रेंस कर देश में हो रही हिंसा के लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया है।
संबित पात्रा ने कहा कि ‘भगवान राम के नाम पर जिस तरह की राजनीति विपक्ष के नेता कर रहे हैं, जो भगवान राम के अस्तित्व पर ही सवाल खड़ा कर रहे हैं और उसी भाषण में हिंसा की बात भी करते हुए कह रहे हैं कि कानून अपने हाथ में ले लेना चाहिए। हिंसा करनी पड़े तो हिंसा भी करनी चाहिए, ये राहुल गांधी जी ने कहा था।’
संबित पात्रा ने आगे कहा कि ‘जब एक बड़े राजनीति पार्टी के नेता गैर जिम्मेदराना बयान देंगे तो जो आज हिन्दुस्तान में जो हो रहा है, इन्हीं नेताओं के तुष्टिकरण नीति और भड़काऊ बयान के कारण ऐसा हो रहा है। हम सभी को भारतीय कानून पर भरोसा करना चाहिए। हमारा संविधान और कानून बहुत अच्छा है।’
संबित पात्रा के इस बयान पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। राघवेंद्र सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अरे तो रो क्यों रहे हो बालक की तरह, अगर मेरी वजह से कहीं हिंसा होगी तो मुझे आपका कानून छोड़ेगा क्या? तो फिर यह राहुल गांधी कानून से ऊपर है? अगर इसकी वजह से हिंसा हुई है, जैसा कि आप बता रहे हैं तो फिर इसको क्यों नहीं जेल में डालते?’ हेमेंद्र मालवीय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘लगता है राहुल गांधी इनको नींद में भी डराते है।’
हरमन सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘एक तरफ कहते हैं कि राहुल गांधी को कोई सीरियसली लेता नहीं? दूसरी तरफ कहते हैं कि राहुल की वजह से हिंसा फैल रही है। मतलब पहले की समस्या के लिए नेहरू और आगे की समस्या के लिए राहुल गांधी जिम्मेदार?’ कुमार शाह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘शायद संबित पात्रा जी कों हर बात मे राहुल गांधी ही दिखाई देते है। कृपया उन्हें पूछना कि रात को ख्वाब भी उनके ही आते हैं क्या?’
गुलशन नाम के यूजर ने लिखा कि ‘और हिंसा करने वाले सब बीजेपी के हैं उन्होंने राहुल गांधी के बयान का पूरा पालन किया है।’ अमित रेवाल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘बताओ अब गलती राहुल गांधी की हो गयी, वाह।’ एक अन्य यूजर ने लिखा कि ‘हल्दीराम की भुजिया खाने के बाद संबित के मुंह से उर्दू शब्द( आईन ) निकलने शुरू हो चुके हैं।’