अलग-अलग पार्टी के नेताओं द्वारा धार्मिक मुद्दों पर लगातार बयानबाजी करने की वजह से पिछले दिनों जमकर विवाद हुआ। अब पार्टियां आदेश जारी कर नेताओं को चेतावनी दे रही हैं कि धार्मिक मुद्दों पर बयानबाजी करने से नेता बचें। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी अपनी पार्टी के नेताओं के लिए भी ऐसी ही चेतावनी जारी की है।
क्या बोले बीजेपी अध्यक्ष?
पार्टी सांसदों के साथ वर्चुअल बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि सांसद और पार्टी के नेता-कार्यकर्ता जनता के समक्ष सरकार की उपलब्धियों, विकास कार्यों पर चर्चा करें। धार्मिक मुद्दों पर सिर्फ पार्टी के नियुक्त प्रवक्ता ही टिप्पणी करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि विवादित और धार्मिक मुद्दों पर बयानबाजी उचित नहीं है। धार्मिक मामले जिनके विषय हैं, वही इसे देखेंगे।
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
@SevadalMH यूजर ने लिखा कि उसके लिए न्यूज़ चैनल्स को प्रोजेक्ट दे दिया गया, मीडिया कीचड़ फैलाएगा और उस पर भाजपा कमल खिलाएगी। @SuryaKDhasmana यूजर ने लिखा कि और प्रधानमंत्री जी वेशभूषा से पहचानने की कला सिखाते रहें? @RavindraBishtUk यूजर ने लिखा कि लोकसभा चुनाव नज़दीक हैं, सत्ता पाने के लिए सभी धर्मों के वोटों की आवश्यकता होती है, धार्मिक उन्माद फिर चुनावों के बाद फैलाया जाएगा।
एक यूजर ने लिखा कि सही कहा आपने अब चुनाव नजदीक हैं तो आपको ऐसा बोलना पड़ेगा, बाकी जब चुनाव होंगे तब धार्मिक ध्रुवीकरण और तेज किया जाएगा। @Ajazkhandausa यूजर ने लिखा कि लगता है अल्पसंख्यक वोटरों को लुभाने का काम शुरू कर दिया आप लोगों ने लेकिन चिंता मत करिए। @AhmadIshahak यूजर ने लिखा कि सर दुकाने बंद हो जाएंगी आपकी, अगर धार्मिक मुद्दों पर बात नहीं करेंगे। आपके पास कुछ करने और दिखाने के लिए है ही नहीं?
बता दें कि लोकसभा चुनाव पर चर्चा करते हुए जेपी नड्डा ने सांसदों से कहा है कि लोगों के साथ संपर्क मजबूत करें। उन्होंने कहा कि सांसद खेल स्पर्धा को बेहतर ढंग से कराएं। इन उपलब्धियों और दुनिया में देश की लगातार बढ़ रही ताकत पर लोगों के साथ चर्चा करें। नेता धार्मिक बयानबाजी से दूर रहे हैं, नियुक्त किये गए नेता ही ऐसे विषयों पर अपनी राय रखेंगे।