एक्टिंग से राजनीति में आए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद परेश रावल ने तेल के दाम पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसके बाद वह सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल कर दिए गए। पोस्टर में पेट्रोल की कीमतों का ब्यौरा दिया गया था। अंतर दिखाया गया था कि कांग्रेस और बीजेपी के शासन में पेट्रोल की कीमतों में कितना इजाफा हुआ। बीजेपी सांसद ने जो पोस्टर शेयर किया, उसमें लिखा था कि फर्क साफ है- कांग्रेस राज में पेट्रोल की कीमतें लगातार बढ़ीं। लेकिन बुद्धिजीवी तब चुप थे।
लोगों ने इसी पर उन्हें जमकर ट्रोल किया। कहा कि देश में पेट्रोल के सस्ते होने के आसार कम ही लगते हैं। यह शायद तभी सस्ता होगा, जब सऊदी अरब में कमल खिलेगा। एक अन्य यूजर ने कहा कि कांग्रेस के काल में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें क्या थीं और अब क्या हैं, ये भी बता दीजिए। आप अपने मोदी से पूछिए कि वह वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की बड़ी-बड़ी बातें तो करते हैं, मगर पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस को इसके दायरे में क्यों नहीं लाते?
एक्टर फरहान ने दी 84 रुपए प्रति लीटर पेट्रोल की मुबारकबाद, हुए ट्रोल
याद दिला दें कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के चलते 24 अप्रैल से 12 मई के बीच डेली डायनामिक प्राइसिंग पर रोक लगा दी थी। 12 मई को वहां पर मतदान हुआ था, जिसके अगले दिन (13 मई) से पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार वृद्धि देखने को मिली थी। मंगलवार को पेट्रोल 84.40 रुपए प्रति लीटर (मुंबई में बिका, जबकि बुधवार (23 मई) को इसके दाम में सर्वाधिक बढ़ोतरी देखी गई।
ताजा मामले में बीजेपी सांसद ने बुधवार (23 मई) को एक ट्वीट किया। उन्होंने इसमें पेट्रोल के दाम से जुड़ा पोस्टर साझा किया था। पोस्टर में कांग्रेस और बीजेपी के शासनकाल में पेट्रोल के दामों के बीच का फर्क दिखाया गया था। दावा किया गया था कि कांग्रेस की सरकार में साल 2003 में पेट्रोल 29 रुपए प्रति लीटर था। 2006 में यह बढ़कर 47 रुपए प्रति लीटर हुआ। फिर 2010 में इसकी कीमत में और उछाल आया, तब यह 51 रुपए लीटर जा पहुंचा। वहीं, 2014 में मनमोहन सिंह की सरकार में पेट्रोल के दाम 73 रुपए प्रति लीटर थे।
पोस्टर में ठीक इसके बगल में बीजेपी के काल में पेट्रोल के दाम का ब्यौरा भी दिया गया था। बताया गया कि अप्रैल 2014 में पेट्रोल 73 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से मिलता था, जिसके बाद 2018 आते-आते यह 76 रुपए लीटर हो गया। माने स्थिति साफ है कि कांग्रेस के काल में पेट्रोल के दाम लगातार बढ़े, मगर उस दौरान सारे बुद्धिजीवी चुप्पी साधे हुए थे। और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में जब थोड़ी सी वृद्धि हुई तो उनकी छाती पर सांप लोटने लगे।
देखिए बीजेपी सांसद के इस ट्वीट पर लोगों ने कैसी-कैसी प्रतिक्रियाएं दीं–
ये है असल मुद्दा: पेट्रोल के दाम इस वक्त आसमान छू रहे हैं। बुधवार (23 मई) को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में अब तक की सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई। डेली डायनामिक प्राइसिंग सिस्टम के तहत सुबह छह बजे 30 पैसे की बढ़त के साथ दिल्ली में पेट्रोल 76.87 रुपए प्रति लीटर हो गया। वहीं, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल की कीमत 84.99 रुपए प्रति लीटर हो गई। डीजल के दाम में भी खास इजाफा देखने को मिला। दिल्ली में जहां 68.34 रुपए प्रति लीटर इसका दाम था, वहीं मुंबई में यह 72.76 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहा है।