बीजेपी के मंत्री का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि मंत्री भोजन करने बैठे हैं। उनके सामने बाल्टी में आलू की सब्जी रखी है। अरे ये क्या, आलू की सब्जी में तो आलू ही नहीं है। बचा है तो सिर्फ पानी जैसा रस। मंत्री जी के भोजन के लिए आलू खोजा गया मगर अफसोस आलू तो गायब है। अब मंत्री जी को रसे के साथ ही संतोष करना पड़ा, साथ में सूखी रोटी भी थी। इस वायरल वीडियो को कांग्रेस ने शेयर किया है। यह वीडियो मिड-डे मील की क्वालिटी पर सवाल उठा रहा है क्योंकि मंत्री जी मिड-डे मील खाने स्कूल गए थे। चलिए बताते हैं कि पूरा मामला क्या है।

स्कूल पहुंचे बीजेपी के मंत्री के सामने थाली रखी गई। वे स्कूली बच्चों के साथ मिड डे मील खाने वाले थे। उनके सामने आलू की सब्जी रखी थी। मंत्री जी ने चमचे से आलू की सब्जी निकालनी चाही मगर उन्हें बाल्टी में आलू ही नजर नहीं आया। उन्होंने चमचे से बाल्टी में कई बार आलू खोजकर निकालने की कोशिश की मगर अफसोस उन्हें आलू नहीं मिला। उन्हें कई बार कोशिश की मगर आलू नहीं मिला। जब सफलता हासिल नहीं हुई तो वे बिना कुछ कहे चुपचाप खाने लगे। हालांकि बाद में उन्होंने जिला पंचायत सीईओ को मिड-डे मील की क्वालिटी पर ध्यान देने का निर्देश दिया।

हुआ यूं कि कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह भारी बारिश के जल भराव का जायजा लेने डीआरपी लाइन पहुंचे थे। यहां ऊर्जा मंत्री पीएमश्री स्कूल में पहुंच गए, उस समय बच्चों को मिड डे मील दिया जा रहा था। यह देखकर वे भोजन करने के लिए छात्रों के साथ बैठ गए। मंत्री के लिए थाली लगाई गई, लेकिन बाल्टी में रखी सब्जी में आलू नहीं था। मंत्री ने रोटी ली और खाने लगे।

मंत्री ने जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार को फोन लगवाया और मिड डे मील के भोजन की क्वालिटी को सुधारने का आदेश दिया। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सीईओ जांच के लिए एक टीम का गठन किया है। रिपोर्ट आने के बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी।

कांग्रेस ने शेयर किया वीडियो-

आलू की सब्जी में आलू ढूढ़ते रहे मंत्री

“एक दिन उन्हें किसी ने बताया कि मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों को ‘वर्ल्ड क्लास’ भोजन कराया जाता है।

ये बात सुनकर मंत्री जी के मुंह में पानी आ गया। कार्यक्रम तय हुआ। मंत्री जी सरकारी स्कूल में पहुंचे और ‘वर्ल्ड क्लास’ खाना खाने की इच्छा जाहिर की।

मंत्री जी के सामने शानदार ‘आलू की सब्जी’ परोसी गई। मंत्री जी ने लपककर सब्जी से भरी बाल्टी पकड़ ली।

फिर जो हुआ वो इतिहास में दर्ज हो गया।

आलू की सब्जी से आलू ही गायब था… मिला तो सिर्फ पानी ही पानी।

मंत्री जी उदास हो गए। उनके सामने सरकारी स्कूल के बच्चों को मिलने वाले ‘वर्ल्ड क्लास’ खाने की हकीकत थी और हाथों में सूखी रोटियां।

मंत्री जी ने जैसे-तैसे सूखी रोटियां चबाईं और बच्चों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए चलते बने।”