मथुरा में नगर निगम के मेयर और आयुक्त सार्वजनिक मंच पर ही एक दूसरे से उलझ गए। इस दौरान दोनों के बीच माइक को लेकर भी छीनाझपटी होती देखी गई। हालांकि बाद में दोनों के बीच का विवाद शांत हो गया। लेकिन सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद विवाद चर्चा का विषय बन गया।
जानकारी के मुताबिक मसानी रोड स्थित एक होटल में शनिवार को नगर निगम मथुरा वृंदावन की एक मीटिंग आयोजित हुई। मीटिंग में पार्षदों ने विकास दीपोत्सव 2021 के विज्ञापन में अपने फोटो न छापे जाने पर आपत्ति उठाई थी। इस पर महापौर मुकेश आर्य बंधु ने पार्षदों से कहा कि आप अपनी फोटो की बात कर रहे हैं, जो विज्ञापन जारी किया गया है उस पर प्रधानमंत्री की भी फोटो नहीं छापी गई है। विज्ञापन की जो फाइल तैयार की गई थी, वह तक मुझे नहीं दिखाई गई। महापौर ने निगम के कर्मचारियों और अफसरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी लापरवाही के चलते खामियाजा जन प्रतिनिधियों को उठाना पड़ता है। महापौर ने कहा कि पार्षद उनका साथ दें तो वह अधिकारियों की औकात बता दें।
मेयर की भाषा से नाराज होकर नगर आयुक्त अनुनय झा भड़क गए। उन्होंने मेयर से माइक छीनकर कहा कि यह हमारी प्रतिष्ठा का सवाल है। आप औकात की बात न कीजिए। इस बीच दोनों के बीच छीना-झपटी तक की नौबत आ गई। आयुक्त ने बैठक से जाने तक की बात की। उन्होंने कहा कि आप व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं कर सकते।
Heated war of words, mike snatching between Mathura BJP Mayor Mukesh Arya Bandhu and Municipal commissioner IAS Anunaya Jha in a meeting.
Commissioner Jha: औकात की बात मत कीजिये। औकात की बात कैसे कर सकते है आप? pic.twitter.com/oaqlvjdSkD
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) October 31, 2021
https://twitter.com/iam_medhansh/status/1454747729456812032?s=20
तकरीबन दस मिनट तक नगर आयुक्त व महापौर में कहासुनी होती रही। इसके बाद पार्षदों ने खड़े होकर मामले को आगे न बढ़ाने का अनुरोध किया। पार्षदों के समझाने-बुझाने के बाद महापौर और नगर आयुक्त ने अपनी-अपनी गलती मानी। इसके बाद आगे की मीटिंग शुरू हो पाई। लेकिन बात का बतंगड़ तो बन ही गया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद विवाद चर्चा का विषय बन गया।
उधर, सोशल मीडिया पर लोगों ने कहासुनी को लेकर अपनी बातें सामने रखीं। कुछ ने अफसर के हक में आवाज उठाई तो कुछ मेयर की बात का समर्थन करते दिखे। एक यूजर ने आयुक्त का समर्थन करते हुए लिखा-ब्राह्मण हैं पैसे से ज्यादा इज्जत मायने रखती है। नरेंद्र प्रताप ने तंज कसते हुए कहा- माइक 2 होने चाहिए। ये टक्कर बराबर की नही मानी जाएगी। पंकज कुमार ने लिखा- मोदी सरकार बनाने मे अधिकारियो का बहुत बड़ा हाथ है। एक यूजर ने लिखा- आप क्या उम्मीद करोगे जब एक बदमाश चुनाव जीत जाता है। ईमानदार अफसरों को ऐसे अनपढ़ जलील करने का कोई मौका नहीं जाया करते।