उत्तर प्रदेश के बाराबंकी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें एक भाजपा नेता और एक सरकारी कर्मचारी के बीच मारपीट होती दिखाई दे रही है। भाजपा नेता पंकज दीक्षित द्वारा स्टेनो को पीटते हुए देखा जा सकता है। इस वायरल वीडियो को लेकर विवाद बढ़ गया है। पूरा मामला बाराबंकी में आयोजित किसान मेले का है।
भाजपा नेता और अधिकारी के बीच हुई मारपीट
पूर्व विधायक स्व. सुंदरलाल दीक्षित के पुत्र भाजपा नेता पंकज दीक्षित एक पत्रकार से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि यहां किसान नहीं आते बल्कि दलाल आते हैं। यह सुनकर सरकारी कर्मचारी ‘स्टेनो’ ने उनका विरोध शुरू किया और इसके बाद दोनों के बीच कहासुनी हो गई। कहासुनी के बाद भाजपा नेता ने कुर्सी से स्टेनों पर प्रहार कर दिया और फिर आपस में दोनों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। हाथापाई धीरे-धीरे गाली गलौज में बदल गई और दोनों जमीन पर गिर पड़े।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया पर इस हाथापाई का वीडियो वायरल हो रहा है, इस पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे है। कांग्रेस नेता सुरेन्द्र राजपूत ने लिखा कि ये भाजपा के गुंडे नेता हैं या माफिया? सरकारी अधिकारी को कैसे पीट रहे हैं और योगी जी कहते हैं माफिया प्रदेश छोड़ चुके हैं? @preeti_chobey यूजर ने लिखा कि बाराबंकी कृषि मेले में भाजपा नेता पंकज दीक्षित ने सरकारी कर्मचारी आलोक सिंह जैसे अधिकारी को जमकर पीट रहे। संस्कारी पार्टी के नेता अधिकारी को पीट रहे और महाराज जी कहते है गुंडे प्रदेश छोड़ चुके हैं।
अभिषेक सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि भाजपा का यही है चाल चरित्र और चेहरा है, इनके संस्कार ही यही हैं। एक यूजर ने लिखा कि जिस तरह आकाश विजयवर्गीय से बल्ले से मार खाने के बाद भी सरकारी अधिकारी ने उसे पहचानने से मना कर दिया था, उसी तरह यह भी भूल जायेंगे। अशोक जैन नाम के यूजर ने लिखा कि सबसे अधिक माफिया और गुंडे लुटेरे तो भाजपा राज में भाजपा के कार्यकर्ता और नेता नरेंद्र मोदी के शासन में ही पल रहे है, क्योंकि”यथा राजा तथा प्रजा।”
दरअसल पकंज दीक्षित किसान मेला की खामियों पर बात कर रहे थे, उनकी यह बातें वहां मौजूद अधिकारी को अच्छी नहीं लगी। उन्होंने पंकज दीक्षित को वहां से जाने के लिए कहा तो दोनों में कहासुनी हो गई और मामला मारपीट तक पहुंच गया। दोनों के बीच पटका-पटकी भी हो गई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।