भाजपा शासित केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा सरदार पटेल की भव्य प्रतिमा स्टैच्यू आॅफ यूनिटी का उद्घाटन बुधवार को किया गया है। इस उदघाटन के साथ ही भाजपा ने देश में पटेल बनाम नेहरू की बहस छेड़ दी है। भाजपा अब देश के पहले प्रधानमंत्री पर देश के पहले गृहमंत्री की उपलब्धियों को दबाने का आरोप लगाने में जुट गई है। इसी की नजीर एक चैनल की लाइव डिबेट के दौरान देखने को मिली जब भाजपा नेता ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को लंपट और निकम्मा तक कह दिया।

समाचार चैनल न्यूज नेशन पर बहस के दौरान भाजपा नेता प्रेम शुक्ला और कांग्रेस नेता अभय दुबे के बीच नेहरू और पटेल के देश में योगदान को लेकर बहस चल रही थी। इसी बीच भाजपा नेता प्रेम शुक्ला ने कहा,” अभय दुबे ये स्वीकार करें कि उनके नेहरू कपटी थे, निकम्मे थे, लोभी थे, लालची थे। उन्होंने लगातार सरदार पटेल को अपमानित करने का प्रयास किया।”

भाजपा नेता प्रेम शुक्ला के बयान पर टिप्पणी करते हुए अभय दुबे ने कहा, ” भाजपा के पास अपना कौन सा नेता है जो पंडित नेहरू के कद की बराबरी कर सके? कांग्रेसी नेताओं की प्रतिमाओं और प्रतिमानों की बात करते हैं आप लोग।” वहीं सीपीआईएम के नेता आमीक जामेई ने प्रेम शुक्ला के बयान पर आपत्ति दर्ज करवाते हुए कहा कि आप देश के पूर्व प्रधानमंत्री के बारे में कैसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं? क्या यही भाषा इस्तेमाल करने की सीख आपको भाजपा और आरएसएस से मिलती है?

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (31 अक्‍टूबर) को गुजरात में नर्मदा नदी के किनारे ‘लौह पुरुष’ और ‘भारत के बिस्‍मार्क’ नाम से विख्‍यात देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्‍लभ भाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। इसे ‘स्‍टैच्‍यू ऑफ यूनिटी’ का नाम दिया गया है। यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। इसे रिकॉर्ड 33 महीनों में तैयार कर लिया गया। पीएम मोदी ने 31 अक्‍टूबर, 2013 को दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति बनाने की आधारशिला रखी थी।