यूपी विधानसभा चुनाव नजदीक होने की वजह से राजनीति में हलचल तेज है। समाजवादी पार्टी ने बीजेपी पर जाति और धर्म के मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। वहीं बीजेपी राम मंदिर निर्माण को चुनाव में भुनाने की कोशिश कर रही है। इसी बीच यूपी के उप-मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता केशव प्रसाद मौर्य ने मथुरा कृष्ण मंदिर को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।

ABP न्यूज़ के कार्यक्रम में जब वरिष्ठ पत्रकार राकेश शुक्ला ने पूछा कि आप बाबा के भक्त हैं, राम के भक्त हैं, पिछले दिनों आपकी कृष्ण भक्ति भी सामने आई, क्या ये माना जाए कि अगर बीजेपी की सरकार बनती है तो जो मथुरा के कृष्ण जन्मभूमि का 16वीं शताब्दी से पहले का भव्य स्वरूप था वो स्वरूप वापस लाने का प्रयास सरकार करेगी? इस पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि एक बात तो साफ है कि यूपी में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है। सपा गठबंधन और बसपा हार चुकी है।

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अगर भगवान कृष्ण जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बने, सब लोग आगे आकर मदद करें तो ये सबसे अच्छा है। हमने अयोध्या का विकास किया, हमने काशी का विकास किया, प्रयागराज और विंध्याचल का विकास भी हमने किया है। हमारे कन्हैया की नगरी का भी विकास किया जाना चाहिए। हमारा लक्ष्य विकास से जुड़ा रहता है।

उप-मुख्यमंत्री मौर्य ने आगे कहा कि एक मामले में (राम मंदिर) सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आ गया। अभी भी काशी और मथुरा का मामला विचाराधीन है। हम उसके विरोध में नहीं जाएंगे। हम स्पष्ट कह देना चाहते हैं कि हम जरूर चाहते हैं कि मंदिर बनें लेकिन जो देश की अदालत तय करेगी, उस फैसले के अनुसार ही मंदिर के विकास का कार्य होगा।

बता दें कि बीजेपी के एजेंडे में हमेशा से ही काशी, मथुरा और अयोध्या का मुद्दा शामिल रहा है। चुनाव के वक्त अक्सर ये मुद्दा हमें नेताओं की जुबान से जरूर सुनने को मिलता है। योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि अयोध्या और काशी में मंदिरों के बाद अब बारी मथुरा के विकास की है।

वहीं पहले सीएम योगी के मथुरा से चुनाव लड़ने की संभावना जताई गई थी, फिर अयोध्या से चुनाव लड़ने की ही खबर उड़ी लेकिन अंत में योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर से चुनाव लड़ने के लिए टिकट मिला। फिलहाल मथुरा सीट से योगी सरकार में बिजली मंत्री श्रीकांत शर्मा विधायक हैं।