Bihar Snake News: बिहार के पश्चिमी चंपारण से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां के बेतिया में दो साल के एक बच्चे ने एक कोबरा को दांतों से काट लिया, जब सांप ने उसके छोटे हाथों को कसकर जकड़ लिया था। भगवान कृष्ण और कालिया नाग की पौराणिक कथा की याद दिलाने वाले इस असाधारण टकराव में बच्चा बेहोश तो हो गया, लेकिन तुरंत मिले चिकित्सा सहायता के कारण वह जीवित रहा।

घर के बाहर खेल रहा था छोटा बच्चा

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार सुनील साह का बेटा गोविंदा कुमार शुक्रवार दोपहर मझौलिया प्रखंड के बनकटवा गांव में अपने घर के पास खेल रहा था, जब यह असाधारण घटना घटी।

हिंदू पौराणिक कथाओं में, भगवान कृष्ण, जिन्हें गोविंदा के नाम से भी जाना जाता है, ने यमुना नदी में विषैले कालिया नाग का वध किया था, यह एक ऐसी कथा है जो बुराई पर विजय का प्रतीक है। दैवीय कथा और बच्चे के वास्तविक जीवन की मुठभेड़ के बीच इस भयानक समानता ने ग्रामीणों को हैरान कर दिया है।

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हमेशा जिज्ञासु रहने वाले गोविंदा ने सांप को देखा और शायद उसकी घातक प्रकृति से अनजान होकर, खेल-खेल में उस पर ईंट का एक टुकड़ा फेंक दिया। फिर, सांप ने पलटवार किया और बच्चे के हाथों को अपनी लपेट में ले लिया।

सांप की मौके पर ही हो गई मौत

हालांकि, इसके बाद जो हुआ उसने परिवार और पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया। चीखने या भागने के बजाय, छोटे बच्चे ने सांप के मांस में अपने दांत गड़ा दिए और उसे इतनी जोर से काटा कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

उस हैरान कर देने वाले पल को याद करते हुए, गोविंदा की दादी, मातेश्वरी देवी ने कहा, “जब हमने बच्चे के हाथ में सांप देखा, तो सभी उसकी ओर दौड़े, लेकिन तब तक उसने सांप को काट लिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।”

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सांप के काटने से गोविंदा तुरंत बेहोश हो गया। उसे स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया और बाद में बेतिया के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (जीएमसीएच) रेफर कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने इस मामले को “बेहद असामान्य” बताया।

समय पर इलाज मिलने से बची गोविंदा की जान

चिकित्सा दल के अनुसार, ऐसा प्रतीत होता है कि बच्चे के काटने से सिर और मुंह पर लगी चोट के कारण कोबरा की मौत हुई। इस बीच, गोविंदा पर ज़हर का असर अपेक्षाकृत हल्का था, जो उसे बेहोश करने के लिए पर्याप्त था, लेकिन जानलेवा नहीं।

जीएमसीएच के डॉक्टरों ने कहा, “समय पर इलाज से गोविंदा की जान बच गई।” जीएमसीएच के डॉक्टर सौरभ कुमार ने कहा, “बच्चे की हालत फिलहाल स्थिर है और डॉक्टरों की निगरानी में उसका इलाज चल रहा है। मेडिकल टीम बच्चे का इलाज कर रही है, उसे लगातार दवा दे रही है और वह निगरानी में है।”