भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद इन दिनों उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारी में व्यस्त हैं। यूपी चुनाव को लेकर उनका दावा है कि इस बार बीजेपी सरकार उत्तर प्रदेश में नहीं आने वाली है। इसके साथ ही वह गठबंधन को लेकर कह रहे हैं कि उनकी प्राथमिकता है, वह बहुजन समाज पार्टी के साथ चुनाव लड़े। आज तक न्यूज़ चैनल के साथ इंटरव्यू में उन्होंने इन्हीं तमाम विषयों पर चर्चा की थी।
इस इंटरव्यू के दौरान एंकर राहुल कंवल ने उनसे पूछा था कि लोग कहते हैं, चंद्रशेखर आजाद बोलता अच्छा है लेकिन हवाबाजी ज्यादा करता है? चंद्रशेखर आजाद ने इसके जवाब में कहा था – इसमें अच्छी बात यह है कि वह दलितों को नोटिस कर रहे हैं, आज दलित समाज का एक व्यक्ति इतने बड़े मंच पर आकर बात कर रहा है। संविधान के अनुसार हमें बोलने की आजादी मिली है, हम क्यों न बोलें। जहां जरूरत होती है हम वहीं बोलते हैं।
क्या आप अपने नाम से रावण को हटाने की कोशिश कर रहे हैं? इसके जवाब में भीम आर्मी चीफ ने कहा था कि मैं इस नाम के जरिए किसी को राजनीतिक फायदा नहीं देना चाहता हूं। आपका नाम राम रहीम हो तो इससे आपका चरित्र बहुत अच्छा नहीं हो जाता है। उन्होंने सीएम योगी के नाम पर तंज कसते हुए कहा था कि किसी का नाम योगी हो और वह ठोंक देने की बात करें तो वह सही नहीं है।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए आजाद ने कहा था कि मैं इसलिए कहता हूं कि चंद्रशेखर आजाद मेरा नाम है, रावण वगैरह मत कहा करिए। उन्होंने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि जब यूपी में दलितों की हत्याएं होती हैं तो कोई सम्मेलन नहीं करता है। सीएए – एनआरसी के आंदोलन में एक धर्म विशेष के लोगों की हत्या कर दी जाती है तो सरकार की नींद नहीं खुलती। उन्होंने कहा था कि वोट सबको चाहिए लेकिन लड़ाई कोई नहीं लड़ता है।
क्या आप रावण के फैन हैं – इस सवाल पर आजाद ने कहा था कि कुछ चीजें हमारे व्यक्तिगत जीवन से जुड़ी होती हैं, जिसे हम सबके सामने नहीं कह सकते हैं। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा था कि हम इस बारे में नहीं बताएंगे कि हमारा यह नाम किसने रखा है। रामराज को खत्म करना चाहते हैं इसलिए रावण हैं? आजाद ने हाथ में ली हुई एक पर्ची को दिखाते हुए जवाब दिया था कि यह टीका राम राज्य है, जहां पर आए दिन न जाने कितनी हत्याएं होती हैं।