ओडिशा के भद्रक के कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट दिलीप साइकिल चलाते हुए ऑफिस पहुंच गए। जिसने देखा वे हैरान रह गए, इसके पीछे उन्होंने जो वजह बताई उस सादगी ने लोगों का दिल जीत लिया।

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उनका कहना है कि उस दिन कोई आधिकारिक दौरा तय नहीं था, उनके घर से ऑफिस पास में ही है और राउत्रे ने बुधवार को स्वस्थ जीवनशैली और स्वच्छ वातावरण को बढ़ावा देने के लिए अपने आवास से कार्यालय तक का सफर साइकिल से तय किया। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के एक वरिष्ठ अधिकारी का वाहन के बजाय साइकिल का विकल्प चुनना एक असामान्य दृश्य था जिसने निवासियों के बीच जिज्ञासा जगा दी। कई लोगों ने इस कदम की सराहना की।

राउत्रे ने यहां मीडिया से कहा कि यह निर्णय उनकी सेहत और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता से प्रेरित था। चूंकि उस दिन कोई आधिकारिक दौरा निर्धारित नहीं था और उनके निवास और कार्यालय के बीच की दूरी कम थी, इसलिए उन्होंने साइकिल से जाने का विकल्प चुना।

कलेक्टर ने कहा, ‘‘साइकिल चलाने से मुझे तंदुरुस्त रहने में मदद मिलती है और साथ ही कार्बन उत्सर्जन और ईंधन की खपत भी कम होती है।’’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘फिट इंडिया अभियान’ का जिक्र करते हुए राउत्रे ने कहा कि साइकिल चलाना अच्छी सेहत बनाए रखने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है। बता रही है।…मैं बदसूरत हूं… स्कूल में सांवले रंग को लेकर क्लासमेंट्स ने दिखाया नीचा, घर आकर बच्ची ने रोते हुए किया ऐसा काम काम, घबरा गई मां