भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी को तगड़ा झटका देते हुए मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव को अपनी पार्टी में शामिल करा लिया। अपर्णा यादव के सपा छोड़ने से अखिलेश यादव को घेरने के लिए बीजेपी को मौका मिल गया। अब चुनाव नजदीक हैं और अपर्णा यादव योगी आदित्यनाथ के विकास कार्यों से बेहद प्रभावित दिखाई दे रही हैं। अपर्णा यादव ने योगी आदित्यनाथ को अबतक का सबसे बेहतर मुख्यमंत्री बताया है।

एक इंटरव्यू में अपर्णा यादव से पूछा गया कि आप कह रही हैं कि युवाओं को लगता है कि बीजेपी सबसे बेहतर पार्टी है, वहीं सपा वाले कहते हैं कि हम खुद युवा नेता है और हम युवाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं? इस पर अपर्णा यादव ने कहा कि मैं क्या बूढ़ी हूं? मेरे साथ जो लोग आए हैं, क्या वे लोग बूढ़े हैं? अपर्णा यादव ने कहा कि क्या हमारे मुख्यमंत्री बूढ़े हैं? उन्होंने कम उम्र में ही अपना सब कुछ छोड़ दिया और प्रदेश की सेवा कर रहे हैं।

अपर्णा यादव ने कहा कि मैंने अभी तक ऐसा कोई मुख्यमंत्री नहीं देखा, जिसने ना अपने संस्कार छोड़े हों और ना ही कल की चिंता छोड़ी हो। आपके परिवार में भी मुख्यमंत्री रहे हैं, मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव, आपको क्या लगता है कि सबसे अच्छा मुख्यमंत्री कौन रहा है? इस पर अपर्णा यादव ने कहा कि मैं तो कह रही हूं कि बाबा योगी आदित्यनाथ जैसा मुख्यमंत्री कोई नहीं हैं। मैंने सपना देखा था कि मंदिर बने, मैंने चंदा भी दिया था।

टीवी9 भारतवर्ष से बात करते हुए अपर्णा यादव ने कहा कि कोरोना काल में जब पूरा विश्व का एजुकेशन सिस्टम चरमरा गया था, तब यूपी में 27 मेडिकल, 29 पॉलिटेक्निक कॉलेज बनाए जा रहे हैं।  इसका मतलब ये है कि बाबा जी ने इस बात का ध्यान रखा है कि हमें शिक्षा पर फोकस करना चाहिए।

बता दें कि अपर्णा यादव, समाजवादी पार्टी से नाराज बताई जा रही थीं। फिर वे सपा छोड़ बीजेपी में शामिल हो गईं। अपर्णा यादव के बीजेपी में जाने पर अखिलेश यादव ने कहा था कि उन्हें बधाई, नेता जी ने उन्हें रोकने की कोशिश की थी। मुझे खुशी है कि समाजवादी विचारधारा का विस्तार हो रहा है। वहीं बीजेपी ने तंज कसते हुए कहा था कि सपा में बहू-बेटियां सुरक्षित नहीं है। समाजवादी पार्टी की तरफ से उम्मीदवारों की दूसरी सूची भी जारी कर दी गई। पहली लिस्ट में 39 और दूसरी लिस्ट में 56 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा सपा की तरफ से की जा चुकी है।