जैसे-जैसे यूपी विधानसभा का चुनाव नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे नेताओं की बयानबाजी में कड़वाहट देखने को मिल रही है। 10 फरवरी को पश्चिमी यूपी के कई सीटों पर वोटिंग होने वाली है, लिहाजा सभी पार्टियों का पूरा ध्यान पश्चिमी यूपी के वोटरों को लुभाने पर है। एक तरफ जहां बीजेपी के कई बड़े नेता डोर-टू-डोर कैंपेन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ सीएम योगी के ट्विटर अकाउंट से ‘भड़काऊ” ट्वीट किये जा रहे हैं।

शानिवार को सीएम योगी ने एक के बाद एक ट्वीट करते हुए पश्विमी यूपी के वोटरों को साधने के लिए सपा पर बड़ा हमला बोलने की कोशिश की। कुछ दिन पहले कैराना से कथित सपा समर्थक द्वारा जाटों को धमकी देने का वीडियो वायरल हुआ था। इसी पर सीएम योगी के ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया गया कि कैराना से तमंचावादी पार्टी का प्रत्याशी धमकी दे रहा है, यानी गर्मी अभी शांत नहीं हुई है! 10 मार्च के बाद गर्मी शांत हो जाएगी।

सीएम योगी के इस ट्वीट पर लोग सवाल खड़ा कर रहे हैं कि क्या ये भाषा एक मुख्यमंत्री की है? श्याम मीरा सिंह नाम के युजर ने लिखा कि बंगाल के भाजपा प्रत्याशियों को अभी भी गर्मी लग रही है या ममता बनर्जी ने AC बंटवा दिया है। नसीम अहमद सिद्दकी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि बाबा आपकी गर्मी भी निकल जाएगी, जैसे पहले सिसकियों से रोये थे। 10 मार्च के बाद रोज रोना पड़ेगा, आपके सभी पापों का हिसाब होगा।

प्रमोद डांगर नाम के यूजर ने लिखा कि आप मुख्यमंत्री हैं, आपकी भाषा का स्तर इतना हल्का कैसे होता जा रहा है? जनता के मुद्दों पर बात करिए, जबरन जनता को भड़काने की कोशिश की जा रही है और किसी योजना/आधार पर वोट नहीं मांग सकते आप? सुष्मिता मजुमदार ने लिखा कि ये योगी जी, हिंदू वाहिनी के मुखिया बोल रहे हैं ??मुख्यमंत्री की तो भाषा नहीं हो सकती।

बता दें कि पश्चिमी यूपी के कई जिले दंगा प्रभावित रहे हैं। बीजेपी, सपा सरकार पर पलायन, दंगाइयों को संरक्षण देने, आरोपियों को बचाने का आरोप लगाती है। जबकि सपा, बीजेपी पर आरोप लगाती है कि वह धर्म के मुद्दे पर राजनीति करती है।