कांग्रेस नेता राहुल गांधी “भारत जोड़ो यात्रा” के जरिए कांग्रेस को मजबूत करने में लगे हुए हैं। राहुल गांधी के इस यात्रा की बहुत से लोग तारीफ कर रहे हैं जबकि विरोधी कांग्रेस पर तंज कस रहे हैं। बाबा रामदेव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह राहुल गांधी की तारीफ कर रहे हैं. बाबा रामदेव के बयान पर लोगों के साथ ही कांग्रेस के नेता भी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

बाबा रामदेव ने की राहुल गांधी की तारीफ

राहुल गांधी कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं। इस यात्रा को लेकर बाबा रामदेव ने कहा है कि नेहरू जी योग करते थे, इंदिरा जी भी योग करती थीं, सोनिया जी योग करती हैं, राहुल भाई भी योग करते हैं। बाबा रामदेव ने कहा कि अब उनकी मेहनत रंग ला रही है, भारत जोड़ो यात्रा यात्रा में वह बड़े शान से चल रहे हैं।

बाबा रामदेव ने कहा कि कभी कुर्ता पजामा में तो कभी टीशर्ट में, राहुल गांधी जी चल रहे हैं। अब उनके ऊपर रोज खबरें बन रही हैं और हेडलाइन बन रही है। आप सोचो, जिस आदमी को नेशनल मीडिया पर थोड़ी जगह मिलती थी आज मीडिया में उसके नाम की चर्चा हो रही है, यही उसकी विजय यात्रा है।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

पत्रकार रोहिणी सिंह ने वीडियो शेयर कर लिखा है कि सच कहूं तो रामदेव ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का अधिकांश उदारवादियों और राजनीतिक टिप्पणीकारों से बेहतर विश्लेषण किया है! कांग्रेस नेता श्रीनिवास ने लिखा कि सब ठीक है? आपके पाप फिर भी नहीं धुलेंगे। प्रीति चौबे ने लिखा कि मौसम की तरह बदलना बाबा रामदेव जी के कोई योग का हिस्सा है क्या?

उमेश के राय ने बाबा रामदेव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि कुछ नहीं, रामदेव भाजपा से थोड़े नाराज होंगे, भाजपा मना लेगी। नितिन अग्रवाल ने लिखा कि भारत जोड़ो यात्रा के रुझान आने शुरू हो गए धुर-विरोधी भी तारीफ कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि आज बाबा रामदेव ने राहुल गांधी की तारीफ़ कर दी। यात्रा ख़त्म होने का इंतजार करिए। पूरा देश राहुल गांधी के साथ मौजूद रहेगा!

लगातार नेताओं के कांग्रेस पार्टी छोड़ने पर बाबा रामदेव ने कहा कि हर पार्टी के अन्दर अनुभवी लोग जो भी होते हैं उनका सम्मान होना चाहिए। जो भी लोग पार्टी के लिए काम करते रहे हैं उनका सम्मान होना चाहिए। जो पार्टी पूरे देश में राज करती थी, उसका बड़ा जलवा था, वो जलवा आज भी वापस आ सकता है लेकिन राहुल गांधी जी को अनुभवी लोगों को सम्मान देना चाहिए, युवाओं को भी शामिल करना चाहिए, सिर्फ एक परिवार की बात नहीं होनी चाहिए।