असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। कई बार उनके बयानों पर खूब विवाद भी होता है। अब एक बार फिर हेमंत बिस्वा सरमा ने मदरसा को लेकर बयान दिया है। हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि ‘जिन लोगों के दिमाग में मदरसा रहेगा तो बच्चा कभी डॉक्टर और इंजीनियर नहीं बन पाएगा।’ सोशल मीडिया पर असम के मुख्यमंत्री का ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।

हेमंत बिस्वा सरमा ने अपने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वह कह रहे हैं कि ‘मदरसा शब्द ही विलुप्त हो जाना चाहिए, जब तक ये मदरसा दिमाग में घूमता रहेगा तब तक बच्चा, डॉक्टर-इंजीनियर नहीं बन सकता है। अगर बच्चे को मदरसा जाते वक्त बता दें कि इस मदरसे में जाकर आप डॉक्टर नहीं बन पाओगे तो वो मदरसा जाना बंद कर देगा। मदरसा में तो मानवाधिकार का उल्लंघन करने के लिए भेजा जाता है। आप बच्चों को जरूर कुरान पढ़ाइये, उसमें कोई दिक्कत नहीं है लेकिन सबसे ज्यादा विज्ञान, अंग्रेजी पढ़ाइये।’

हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा, ‘अपने घर में बच्चे को खूब धर्म-पोथी पढ़ाइये, दो-तीन घंटा पढ़ाइये लेकिन स्कूल में ऐसी शिक्षा दीजिये जिससे आपका बच्चा डॉक्टर इंजीनियर, वैज्ञानिक और प्रोफ़ेसर बन सके। एक बात और बता दूं कि सारे मुसलमान भाई हिन्दू थे, कोई मुसलमान बनकर धरती पर नहीं आया। भारत की धरती पर आया हर इंसान हिन्दू था। अगर कोई मुस्लिम बच्चा पढ़ने में तेज है तो मैं इसका श्रेय उसके हिन्दू पूर्वजों को देता हूं। सोशल मीडिया पर लोग असम के मुख्यमंत्री के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.

कृष्णा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘असम में बाढ़ के विकराल हालात के समय असम के मुख्यमंत्री की प्राथमिकताएं देखिए और लोग बैठकर सुनकर तालियां भी पीट रहे हैं।’ अनीश शेख नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अगर कोई हिंदू बच्चा पढ़ने में कमजोर है तो उसका श्रेय किसको देंगे आप?’ अशोक शेखावत नाम के यूजर ने लिखा कि ‘विवादित बयान देना और धर्म की राजनीति करना यही भाजपा का काम है।’

शाहीब हैदर नाम के यूजर ने लिखा कि ‘9वीं पास शिक्षा मंत्री के लिये कौन जिम्मेदार था CM साहब? लाखो लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, उनकी मदद करने के बजाय फालतू बयानबाज़ी में लगे हैं।’ जय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कुछ अच्छा है तो श्रेय मोदी जी को और गलत है तो नेहरू को। ऐसे ही कुछ अच्छा है तो हिंदू पूर्वजों को श्रेय और गलत है तो मुस्लिम पूर्वजों को।’ एक अन्य यूजर ने लिखा कि ‘मदरसों पर ज्ञान देंगे लेकिन आर एस एस पर चुप्पी साध लेंगे।’

बता दें कि वीडियो शेयर करते हुए असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा के ट्विटर अकाउंट पर लिखा गया कि ‘मैं हमेशा मदरसों के गैर-अस्तित्व की वकालत करता हूं जहां औपचारिक शिक्षा पर धार्मिक प्रवृत्ति को प्राथमिकता दी जाती है। प्रत्येक बच्चे को विज्ञान, गणित और आधुनिक शिक्षा की अन्य चीजों के ज्ञान से अवगत कराया जाए।’