राजस्थान के करौली में हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि “किसी भी सूरत में दोषी नहीं बचेंगे। दोषियों पर सख्त कार्रवाही होगी।” वहीं बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के दौरे पर अशोक गहलोत ने कहा कि ‘ये आग लगाने के लिए आते हैं। अभी नड्डा आए हैं, बाद में अमित शाह आएंगे। ये पूरे देश में आग लगा रहे हैं।”
इससे पहले हिंसा पर बोलते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि “प्रधानमंत्री जी को चाहिए कि देश को संबोधित करें और हिंसा की निंदा करें। किसी भी धर्मं का आदमी हो, अगर वो समाज में जहर घोलने का कार्य कर रहा है तो उसे सजा मिली चाहिए। कानून का राज होगा तभी लोग सुरक्षित रहेंगे। अगर देश की सबसे बड़ी जिम्मेदारी किसी की है तो वह प्रधानमंत्री और अमित शाह जी की है। वो देश के लोगों से शांति स्थापित करने की अपील करें। वो सामने आकर कहें कि हिंसा चाहे घरेलू हो या सामाजिक, भारत सरकार इसे बर्दास्त नहीं करेगी।”
अशोक गहलोत के इस बयान पर अब लोग सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। वीडियो शेयर करते हुए पत्रकार अमन चोपड़ा ने लिखा कि “कहने का भाव है – हमसे ना हो पाएगा।” शिवम चौहान नाम के यूजर ने लिखा कि “बस मान नहीं रहे हैं कि हमसे नहीं हो रहा है अब। हाल के दिनों में अपराध दर राजस्थान का इतना ज्यादा बढ़ गया है और ये आदमी कुछ करने को तैयार नहीं है। बस ब्लेम गेम खेलते रहो, वहां लोगों की जानें जाती रहेंगी।”
अजय यादव नाम के यूजर ने लिखा कि “हर बात में प्रधानमंत्री जी ये काम कर दें, वो काम कर दें। एक काम क्यों ना कर दें कि राजस्थान में राष्ट्रपति शासन लगा दें और विधान सभा भंग कर दें।” पवन नाम के यूजर ने लिखा कि “सब अगर पीएम मोदी को ही करना है तो इनसे संन्यास लेने के लिए बोल दो, बाकि सब अमित शाह और नरेंद्र मोदी देख लेंगे।”
रामकुमार नाम के यूजर ने लिखा कि “कठोर कार्रवाई करने के बजाय यहां पर भी रैली की तरह भाषण दिया जा रहा है। अगर सरकार कार्यवाही नही करेगी तो दंगाईयो के हौसले बुलंद होंगे ही। राजस्थान सरकार से कोई उम्मीद भी नहीं की जा सकती है। लगता ही नहीं कि राजस्थान मे कानून का राज है।” कमलेश बंसल नाम के यूजर ने लिखा कि “ये राज्य के मुख्यमंत्री हैं या किसी नगरपालिका के CMO?”
राजे अग्निहोत्री नाम के यूजर ने लिखा कि “इतना सीधे-सीधे राष्ट्रपति शासन की मांग करते किसी मुख्यमंत्री को आज तक सुना नहीं था। इनकी हिम्मत की दाद देनी पड़ेगी। पता नहीं गृहमंत्री जी इनकी सुनेंगे या नहीं?” सुभम पंडित नाम के यूजर ने लिखा कि “इनसे बोलिए कि ये ड्रीम 11 पर अपनी टीम बनाए, बाकी का काम मोदी जी कर लेंगे।”
