एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक न्यूज़ चैनल पर इंटरव्यू के दौरान सपा और बसपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने मुसलमानों के मुद्दे पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती पर हमला बोलते हुए कहा कि इन्हें मुसलमान लफ्ज़ बोलने में डर लगता है। इसके साथ ही उन्होंने यूपी में धर्मांतरण के आरोप में जांच के दायरे में आए IAS पर कहा कि जानबूझकर यह सब किया जा रहा है।

इंडिया टीवी न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम ‘चुनाव मंच’ पर पहुंचे असदुद्दीन ओवैसी से एंकर ने पूछा, आपके आने से यूपी में मुसलमानों के वोट में बंटवारा होगा? ओवैसी ने कहा इस चुनाव में केवल मुसलमान ही वोट नहीं डालेंगे। उन्होंने दूसरे धर्म और जाते का जिक्र करते हुए कहा यह सब भी वोट डालने जाएंगे। उन्होंने कहा कि मेरे खड़े होने से सपा और बसपा को नुकसान नहीं हो रहा है, इनको यह बताना चाहिए कि सपा प्रमुख के परिवार के 3 लोग लोकसभा चुनाव कैसे हार जाते हैं? वह इसलिए हारे क्योंकि उन्हें हिंदू वोट नहीं मिला।

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए ओवैसी ने कहा कि ये मुसलमान ज़बान से बोलने से डरते हैं। ये समझते हैं कि मुसलमान को बोले तो.. मुसलमान इनका कैदी है। मुसलमान इनसे डरकर रहेगा। हमसे हम डर कर क्यों रहेंगे। बीजेपी अगर जीत रही है मुस्लिम वोट से नहीं जीत रही है। उन्होंने कहा, चुनाव से पहले एजेंट आ जाते हैं। जो मुसलमानों को बताते हैं कि आपकी जिंदगी और मौत का सवाल है, कौन सा चुनाव जिंदगी और मौत का नहीं था?

उनके एजेंट वाली बात पर एंकर ने सवाल पूछा कि यह आप किसके बारे में कह रहे हैं? ओवैसी ने इस पर कहा कि बड़ी इज्जत से कह रहा हूं आसंसदीय भाषा में भी कह सकता था। लेकिन यह चुनाव के पहले आ जाते हैं। उन्होंने मुस्लिम आईएएस ऑफिसर पर लगाए गए धर्मांतरण के आरोप पर कहा कि इस पर अखिलेश यादव और मायावती क्यों नहीं बोलती हैं। क्योंकि यह लोग मुसलमान शब्द बोलने से डरते हैं।

उन्होंने अपने आप को मुसलमानों का विकल्प बताते हुए कहा कि हम एक पॉलिटिकल प्लेटफार्म दे रहे हैं। हम में और इन में फर्क क्या है? उन्होंने सपा और बसपा पर निशाना साधते हुए कहा, अपने आप को सेकुलर कहते हैं.. हम कहते हैं नेता आप बनेंगे.. आप सिर्फ वोट डालने वाली एटीएम की मशीन नहीं बनेंगे।