ताजमहल को लेकर इलाहाबाद की हाई कोर्ट बेंच में अयोध्या के भाजपा नेता डॉ रजनीश सिंह ने याचिका दायर की है। अपनी दायर याचिका में डॉ रजनीश ने कहा है कि ताजमहल के उन 22 कमरों को खोलकर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण से सर्वे कराया जाए, जो लंबे वक्त से बंद है। इसी विषय पर हो रही डिबेट के दौरान एआईएमआईएम के प्रवक्ता वारिस पठान (Waris Pathan) ने पीएम पर निशाना साधा।

दरअसल, न्यूज़ 24 चैनल के एक कार्यक्रम में हो रही बहस के दौरान एंकर मानव गुप्ता द्वारा किए गए एक सवाल पर वारिस पठान ने कहा, ‘ हमारे देश में पेट्रोल डीजल और गैस का भाव कहां पर पहुंच गया है, डॉलर के मुकाबले रुपया एकदम नीचे चला गया है.. देश के करोड़ों युवा बेरोजगार घूम रहे हैं।’ पीएम मोदी पर तंज कसते हुए वारिस पठान ने कहा कि उनके पास इन सवालों का कोई जवाब नहीं है।

ताज महल और कुतुब मीनार को लेकर उठाए जा रहे मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यह सब केवल ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह केवल मुसलमानों को टारगेट करते हुए सभी का ध्यान मूल मुद्दे से भटका रहे हैं। ज्ञानवापी मंदिर का मुद्दा उठाते हुए वारिस पठान ने तंज कसा तो एंकर ने जवाब में कहा कि आप लोगों को भी कोर्ट में जाना चाहिए।

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि अब यह कुतुब मीनार में हनुमान चालीसा पढ़ने की बात कर रहे हैं, हनुमान चालीसा पढ़ना है तो अपने घर और मंदिर में बैठकर पढ़े। पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि अगर मैं उनके घर पर जाकर नमाज, अजान और कुरान पढ़ूंगा तो मुझ पर 10 केस डाल कर जेल में भेज दिया जाएगा। इसके साथ उन्होंने कहा कि इस तरह के मुद्दे उठाकर केवल मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है।

लोगों की प्रतिक्रियाएं : रमेश पांडे नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि महंगाई पेट्रोल डीजल गैस सिलेंडर के दाम और बेरोजगारी से जूझ रहे देशवासियों का ध्यान भटकाने के लिए यह सब अचूक फॉर्मूला निकाला गया है, धर्म के नाम पर लोग रोटी सेंक रहे हैं।

रविंद्र नाम की एक यूजर लिखते हैं कि आज पहली बार पता चला कि कुतुब मीनार आपका घर है, बाकी जहां तक सवाल है मोदी के घर के सामने नमाज पढ़ना, इसमें मोदी जी को कोई आपत्ति नहीं होगी। सुमित्रा नाम की एक यूजर सवाल करतीं हैं – सड़कों पर नमाज अदा की जा सकती है तो मीनारों पर चालीसा क्यों नहीं पढ़ी जा सकती?