सुप्रीम कोर्ट ने 2 मार्च को दो अहम मुद्दों पर फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों के चयन में प्रधानमंत्री, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और सीजेआई (CJI) के शामिल होने की बात कही है। जबकि दूसरे फैसले में हिंडनबर्ग रिपोर्ट के आधार पर भारतीय अरबपति गौतम अडानी पर लगाए गए आरोपों की जांच कराने की मांग वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए जांच के लिए कमिटी गठित की है। सीएम केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट के इन दोनों फैसलों का स्वागत किया है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर क्या बोले केजरीवाल?
दो अहम् मुद्दों पर आये सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया है। दिल्ली सीएम ने ट्वीट कर लिखा है कि चुनाव आयोग और अडानी दोनों मुद्दों पर माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सही मायने में ऐतिहासिक आदेश दिया गया है। हम दोनों आदेशों का स्वागत करते हैं। सोशल मीडिया पर लोग अरविंद केजरीवाल के इस ट्वीट पर कमेंट कर रहे हैं।
लोगों ने किये ऐसे कमेंट
घनेंद्र भारद्वाज ने लिखा कि मोदी सरकार के मुंह पर अब तक का सबसे बड़ा तमाचा माननीय सुप्रीम कोर्ट ने मारा है। सुप्रीम कोर्ट ने ये तय कर दिया कि देश संवैधानिक व्यवस्थाओं से चलेगा ना कि किसी की गुंडागर्दी और तानाशाही से। एक यूजर ने लिखा कि सुप्रीम कोर्ट ने डांट लगाई थी परसों, उसका स्वागत नहीं करोगे? @rahulpassi यूजर ने लिखा कि लेकिन आपने कभी सिसोदिया की जमानत नामंजूरी को ऐतिहासिक आदेश नहीं कहा।
@Vikasmantoo यूजर ने लिखा कि तो अब आप भी मानते हैं कि सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया भारतीय इतिहास के सबसे भ्रष्ट राजनेता हैं क्योंकि उन्हें देश के माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने जमानत से मना कर दिया है। @LoKhaliKasam यूजर ने लिखा कि एक सत्यमेव जयते, सिसोदिया के बेल रिजेक्ट वाले फैसले पर भी हो जाए। ब्रिजेश नाम के यूजर ने लिखा कि अरे भैया फिर तो मनीष सिसोदिया को भी कोर्ट ने ही जेल भेजा है। उस वाले का भी स्वागत करो ना। @GSTsathi यूजर ने लिखा कि चलो यह साबित हो गया कि सुप्रीम कोर्ट स्वतंत्र है।
बता दें कि अदानी समूह पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हुए गौतम अदानी ने कहा है कि धीरे-धीरे सभी चीजों से पर्दा उठ जाएगा। जीत सत्य की ही होगी। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को जांच करने का निर्देश दिया है कि क्या सेबी नियमों की धारा 19 का उल्लंघन हुआ है, क्या स्टॉक की कीमतों में कोई हेरफेर हुआ है?