दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल लगातार पीएम मोदी की शिक्षा को लेकर हमले कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल का कहां है कि प्रधानमंत्री का पढ़ा लिखा होना बहुत जरूरी है, वरना नोटबंदी, और जीएसटी जैसे मुद्दे से सरकार को असफलता का सामना करना पड़ता है। अब अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी का पुराना वीडियो शेयर करते हुए कहा है कि ये वीडियो हम सभी के लिए शर्मिंदगी का कारण बन रहा है।
पीएम मोदी के पुराने वीडियो पर केजरीवाल का ट्वीट
अरविंद केजरीवाल ने जिस वीडियो को शेयर किया है वो वीडियो 27 अप्रैल 2018 का है, जब पीएम मोदी चीन के वुहान गए थे, यहां पीएम मोदी ने बोलते हुए ‘STREANH’ के हर एक अक्षर का मतलब बताया था। इसी वीडियो पर अरविंद केजरीवाल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि देखिए ये वीडियो, हर भारतीय के लिए कितना शर्मनाक है। सोशल मीडिया पर लोग अरविंद केजरीवाल की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
आ रहे ऐसे कमेंट्स
@FabulasGuy यूजर ने लिखा कि ये मानवीय गलती है ये तो किसी से भी हो जाये। ऐसे तो केजरीवाल दिल्ली के लिए ‘शमर्नाक’ का भंडार हैं। @jpsingh4664 यूजर ने लिखा कि हर भारतीय उन पर गर्व करता है। @sarvarta यूजर ने लिखा कि पीएम को स्ट्रेंथ की स्पेलिंग जानने की जरूरत नहीं है। लेकिन निश्चित रूप से पीएम अपनी “स्क्रिप्ट” से सही पढ़ सकते थे? क्या वह चीनियों का सामना करते वक्त इतने नर्वस थे?
भाजपा सांसद डॉ हर्षवर्धन ने लिखा कि आवश्यकता से अधिक अटेंशन पाने की चाहत अक्सर मानसिक विकार का रूप ले लेती है। अरविंद केजरीवाल जी, हम जानते हैं कि aap और राहुल जी में झूठ बोलकर ड्रामे करने की होड़ लगी है। पहले झूठे आरोप लगाना और फिर माफी मांग लेने का इतिहास रहा है ‘आप’ का। बाज आइए। एक यूजर ने लिखा कि केजरीवाल जी, आपका एक मंत्री जेल में रहकर भी मंत्री बना रहा, क्या गर्व का विषय है? एक अन्य यूजर ने लिखा कि पीएम मोदी पर इस तरह के निजी हमले करने से आपको कुछ नहीं मिलने वाला, तर्क वाली बात करो तो सुने जाओगे।
बता दें कि पिछले काफी वक्त से आम आदमी पार्टी के तमाम सांसद और प्रवक्ता, नेता पीएम मोदी की डिग्री को लेकर पीएम मोदी पर हमलावर हैं। पिछले दिनों गुजरात हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल पर पीएम मोदी को लेकर दायर की गई याचिक पर जुर्माना भी लगाया था। इसके बाद ‘आप’ पीएम मोदी पर हमलावार है। पीएम मोदी का कहना है कि देश का पीएम पढ़ा लिखा होना चाहिए, वरना वह ‘नाली के गैस से चाय, बादल में रडार, नोटबंदी’ जैसे फैसले किसी की सलाह पर लेते रहेंगे, जिससे देश को नुकसान होगा।