दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर दिल्ली सरकार और भाजपा नेता आमने सामने आ गये हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि केंद्र सरकार इस पर कार्रवाई करे। इसी के साथ ही अरविंद केजरीवाल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। भाजपा नेताओं और आप नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है।

भाजपा नेताओं का कहना है कि अरविंद केजरीवाल अपनी कोई जिम्मेदारी लेना ही नहीं चाहते, हर चीज के लिए वो केंद्र सरकार को ही जिम्मेदार बताते हैं। वहीं आप विधायक सौरभ भारद्वाज का कहना है कि दिल्ली पुलिस गृहमंत्री के अंतर्गत आती है तो कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी उनकी है।

अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा कि “दिल्ली के जहांगीर पुरी में शोभायात्रा में पथराव की घटना बेहद निंदनीय है। जो भी दोषी हों उन पर सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए। सभी लोगों से अपील- एक दूसरे का हाथ पकड़कर शांति बनाए रखें।” अरविंद केजरीवाल के इस ट्वीट पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

सभापति मिश्रा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘यह दिव्य ज्ञान पहले अमानुल्लाह खान और ताहिर हुसैन को दे दो। समझ गए तो फिर कभी दंगा नहीं होगा।’ योगेश मिश्र नाम के यूजर ने लिखा कि प्रत्यक्षदर्शी कह रहे हैं कि ये हमला बांग्लादेशी घुसपैठियों ने किया है, उनके हाथों में तलवारें थीं, बंदूकें थीं। मस्जिद से शोभायात्रा पर हमला हुआ।इन दंगाईयों पर क्या कार्रवाई कर रही है आपकी सरकार? बताएं केजरीवाल।’

काशिफ नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जेएनयू में कहा गया कि पूजा करने में बाधा डाली गई। ऐसे ही नवरात्रि के जुलूसों  में कहा गया कि पत्थर फेंके गए। यह नया ट्रेंड है। पीड़ितों पर ही आरोप लगा दो। मीडिया उसी को सच मानते हुए खबरें चला देगा और पूरे देश में नफरत, विभाजन और हिंसा का माहौल बना देगा।’

विजय पटेल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘ट्वीट करने की बजाए, अमानतुलाह को कॉल कर देते! शांति स्थापित हो जाती।’ पत्रकार प्रशांत टंडन नाम के यूजर ने लिखा कि ‘दिल्ली में हुई तनाव की घटना का ये विवरण तो पुलिस कमिश्नर ने भी नहीं दिया। जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों को तनावपूर्ण स्थिति में इस तरह के बयानों से बचना चाहिये। वास्तव में क्या हुआ है ये जांच का विषय है। पहली जरूरत है कि शांति बनी रहे और लोग अफवाहों पर ध्यान न दें।’