यूपी विधानसभा चुनाव के विषय में एक समाचार चैनल पर चर्चा हो रही थी। जिसमें समाजवादी पार्टी की सदस्य अपर्णा यादव, योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह और कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा मौजूद थीं। इस डिबेट के दौरान एंकर चित्रा त्रिपाठी ने अपर्णा यादव से कहा कि सपा सरकार में शाम होने के बाद महिलाएं घर से नहीं निकलती थीं। अपर्णा ने इसका जवाब दिया।

एंकर चित्रा त्रिपाठी ने अपर्णा यादव से कहा, ” महिलाओं को लेकर बीजेपी और कांग्रेस की लड़ाई देखी जा रही है। ऐसे में समाजवादी पार्टी कहां खड़ी है। सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम नरेंद्र मोदी के द्वारा अक्सर यह गिनाया जाता है कि कानून व्यवस्था इतनी लचर थी किहोत शाम होते ही महिलाओं को घर बुला लिया जाता था।”

इसके जवाब में अपर्णा ने कहा – उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्या ने महिलाओं को लेकर क्या टिप्पणी की थी यह सब आपके सामने है। उन्होंने ही कहा था कि अगर कुछ गलत हो जाए तो घर में ही रहना, शाम में थाने जाकर अपनी रिपोर्ट मत लिखवाना। यह उनका ऐसा बयान था जिसके बाद उन को माफी मांगनी पड़ी थी। इसी बीच कार्यक्रम में मौजूद कोई अपनी बात कहने लगा तो अपर्णा भड़क गईं।

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उन्होंने कहा कि अभी महिलाओं की बात हो रही है तो उसे ध्यान से सुन लीजिए। एंकर ने भी इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इस तरह वहां से आप लोग मत बोलिए। अपर्णा ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि पार्टी के नेता इतने सीनियर पद पर रहने के बावजूद भी इस तरह के बयान देते हैं। अपर्णा ने मुलायम सिंह यादव का जिक्र करते हुए कहा कि जब पहली बार उनकी सरकार बनी थी तो उन्होंने महिलाओं के लिए शौचालय की व्यवस्था की थी।

उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने पोस्टर नहीं छपवाया कि हमने शौचालय बनवा दिए हैं। हमारे सैफई, इटावा और मैनपुरी में गांव गांव को विकसित किया गया क्योंकि तब वही उनके अधिकार क्षेत्र में था। अपर्णा ने सख्त आवाज में कहा कि हम कोई राजनीतिक घराने से नहीं आते थे। जानकारी के लिए बता दें कि अपर्णा यादव ने पिछला विधानसभा चुनाव लखनऊ के कैंट सीट से लड़ा था।