मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव अक्सर ही मीडिया में खुलकर अपनी बात रखी नजर आती हैं। इस बार के यूपी चुनाव को लेकर अपर्णा सक्रिय नहीं हैं लेकिन उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में लखनऊ कैंट से अपनी किस्मत आजमाई थी। जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसी को लेकर एबीपी न्यूज़ के साथ एक इंटरव्यू में उनसे पूछा गया था कि क्या आप ईवीएम को दोष देती हैं तो वह अपने पराए की बात करने लगी थीं।
हार से क्या सबक सीखा : इस पर अपर्णा ने बताया था कि इस चुनाव में मिली हार से उनको बहुत सारी चीजें समझ में आ गई थी। कुछ ऐसे लोगों के बारे में भी आपको बता जाती हैं, जिनका कोई वजूद नहीं होता लेकिन वो लोग होते जरूर हैं। मुझे लगता है कि इस चुनाव में मैंने बहुत कुछ सीखा है। इसके साथ उन्होंने सलाह दी थी कि अगर किसी को चुनाव लड़ना है तो वह विधानसभा से या सभासद से इसकी शुरुआत करे।
राजनीति से मोहभंग तो नहीं हुआ : इस पर अपर्णा ने हंसते हुए कहा था कि बिल्कुल भी नहीं हुआ है। जब उनसे पूछा गया कि क्या इस चुनाव में आपको पता चला कि अपने पराए हो गए और पराए अपने हो गए? इस पर अपर्णा ने बताया था कि हमने इसका समीक्षा बैठक में जवाब भेजा था कि कुछ अपने ही पार्टी के लोगों ने मेरी खिलाफत की थी। मुझे ही हराने का प्रयास किया गया।
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ईवीएम पर कही थी यह बात : ईवीएम के विषय पर सवाल पूछा गया था तो वह अपर्णा ने कहा था कि यह मामला सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती के द्वारा उठाया गया जिसके कारण सुप्रीम कोर्ट इस विषय पर ध्यान दे रही है। उन्होंने मुलायम सिंह यादव की सरकार का जिक्र करते हुए कहा था कि ईवीएम तो तब भी था जब सपा की सरकार बनी थी। बीएसपी की सरकार भी ईवीएम के समय ही बनी थी।
पिछला विधानसभा चुनाव हार गई थी मुलायम की छोटी बहू, इस बार के चुनाव को लेकर अपर्णा यादव ने कही यह बात
अपनी हार के विषय में बात करते हुए अपर्णा ने कहा था कि मुझे ऐसी जगह से टिकट दिया गया था जहां पर सपा मजबूत नहीं थी। इसके साथ उन्होंने कहा था कि अगर हमारी हार की समीक्षा रिपोर्ट देखी जाए तो मुझे वहीं से कम वोट मिले हैं जहां पर हमारे लोग थे। मैं उन लोगों का नाम भी लेना नहीं चाहूंगी। जानकारी के लिए बता दें कि अपर्णा यादव ने लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, जहां उन्हें बीजेपी की नेता रीता बहुगुणा जोशी से हार का सामना करना पड़ा था।