उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने सपा का साथ छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया। इन्हीं तमाम सवालों को लेकर अपर्णा यादव से एक समाचार चैनल ने बात की। जिसमें उनसे पूछा गया कि क्या अखिलेश यादव की पार्टी राजधर्म का पालन नहीं कर रही थी? अपर्णा ने इसका जवाब दिया।
समाचार चैनल आज तक से बातचीत के दौरान रिपोर्टर ने अपर्णा यादव से पूछा, ” क्या अखिलेश यादव आपकी उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे थे?” इसके जवाब में अपर्णा ने कहा – मैंने हमेशा से ही राष्ट्र को अपना धर्म माना है और अपने राष्ट्र के लिए ही कोई निर्णय लेती हूं। मेरी यह नई पारी है और मैं राष्ट्र की आराधना के लिए निकली हूं। अपर्णा ने आगे कहा कि मैं पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ से बेहद प्रभावित हूं इसलिए इस पार्टी के साथ आई।
अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी राष्ट्र धर्म को नहीं निभा रही थी : इस सवाल पर अपर्णा ने कहा कि मैं परिवार से कोई विमुख वाली बात नहीं रखूंगी। मैं केवल इतना कहूंगी कि ये मेरी व्यक्तिगत राय है। उन्होंने बीजेपी के कामकाज को गिनाते हुए कहा कि जिस तरह से प्रदेश में पिछले 5 सालों में काम हुआ है। जितनी भी महिलाओं के लिए योजनाएं लागू हुई हैं। यह सारी योजनाएं बहुत ही प्रभावशाली हैं।
इस इंटरव्यू के दौरान जब रिपोर्टर ने अपर्णा से पूछा कि क्या वह भी चुनाव लड़ेंगीं? इस पर उन्होंने कहा कि मेरे लिए पार्टी जो भी सुनिश्चित करेगी। मैं उसी पर काम करूंगी। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि मैंने किसी शर्त पर बीजेपी नहीं ज्वाइन की है। मुझे बस इतनी बात कहनी है कि बीजेपी उत्तर प्रदेश में अपनी सरकार बनाने जा रही है।
जानकारी के लिए बता दें कि बीजेपी में आने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपर्णा यादव ने कहा कि सब जानते हैं कि मैं हमेशा से पीएम मोदी से प्रभावित रही हूं और मेरी चिंतन में राष्ट्र सबसे पहले है। राष्ट्रधर्म मेरे लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। मैं अब राष्ट्र की आराधना करने निकली हूं, जिसमें मुझे सबका सहयोग चाहिए। वहीं अपर्णा के बीजेपी में शामिल होने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि हमें उम्मीद है कि वह हमारी विचारधारा को भाजपा तक ले जाएंगी।