यूपी विधानसभा चुनाव की तारीख के नजदीक आते ही राजनैतिक दल एक-दूसरे पर कई तरह के आरोप लगाने लगे हैं। एक टीवी चैनल पर इन्हीं तमाम विषयों को लेकर चर्चा हो रही थी। जिस पर बीजेपी नेता व उत्तराखंड के पूर्व राज्यपाल ने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के पुराने बयान का जिक्र किया तो सपा नेता अपर्णा यादव ने उस पर पलटवार किया।
दरअसल यह बहस इंडिया न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम में हो रही थी। जिसमें महिलाओं के विषय को लेकर पूछे गए एक सवाल पर अपर्णा यादव ने कहा, “केवल चुनाव के समय महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर बात की जाती है। एनसीआरबी का डाटा कर चेक किया जाए तो देखने को मिलेगा कि यूपी में जब से बीजेपी की सरकार है, तब से 65% महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा बढ़ी है।”
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए अपर्णा ने कहा कि केंद्रीय मंत्रालय को कहना पड़ रहा है कि केस क्यों नहीं रजिस्टर किए जा रहे हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार किसी की भी हो पिस तो महिला रही है। महिलाओं को लेकर जब बेबी रानी मौर्य से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में सबसे ज्यादा महिलाओं की स्थिति सुधारने के लिए काम किया गया। उन्होंने अपर्णा यादव की बात पर कहा कि आपने जिक्र किया तो मुझे कहना पड़ रहा है।
बेबी रानी मौर्य ने आगे कहा, “जब लड़की के साथ रेप होता है तो समाजवादी पार्टी के मुखिया कहते हैं कि लड़कों से गलती हो जाती है। ये भी अच्छी बात नहीं है क्योंकि बेटी बेटी होती है।” उन्होंने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे का जिक्र कर कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने यह नारा ऐसे ही नहीं दिया। वह चाहते हैं कि हर वर्ग और जाति की महिला आगे बढ़े। हर बेटी को पढ़ना चाहिए और उसे आगे बढ़ना चाहिए।
बेबी रानी मौर्य की बात कर अपर्णा यादव ने पलटवार किया, ” इस मंच पर हमारे तो मुखिया जी के बारे में बात हो रही है लेकिन मैं तो आदरणीय बेबी रानी मौर्य के एक बहुचर्चित बयान के बारे में बात करूंगी। जिसमें उन्होंने कहा था कि शाम 5 बजे के बाद महिलाओं को थाने नहीं जाना चाहिए। आपकी सरकार में किस तरह का पुलिस शासन है कि आपको बजे के बाद बच्चियों को थाने जाने से मना करना पड़ रहा है।”