राजनीति में पार्टियां एक दूसरे पर धार्मिक, तोड़ने वाली, नफरत वाली राजनीति करने का आरोप लगाती रहती हैं। कोई जातिवाद राजनीति को लेकर आरोप लगाता है तो कोई धर्म को लेकर राजनीति करने का आरोप लगता है। इसी बीच जब समाजवादी पार्टी के नेता अनुराग भदौरिया ने ट्वीट कर लोगों से सवाल पूछा तो आगे पढ़िए उन्हें क्या जवाब मिला है।
अनुराग भदौरिया ने पूछा सवाल, मिलने लगे ऐसे जवाब
अनुराग भदौरिया ने ट्वीट किया, ‘नफरत की राजनीति देश में कौन करता है?’ इस पर जवाब देते हुए आर वर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘राम सेवकों पर गोली मारने वाली सपा, राम को ना मानने वाली कांग्रेस, राम का नाम सुनकर धमकी देने वाली TMC नफरत की राजनीति करती है।’
सत्य देव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जिस पार्टी को यूपी चुनाव 2022 में जनता ने बुरी तरह हराया है।’ बसंत नाम के यूजर ने लिखा कि ‘नफरत का पता नहीं पर मोहब्बत की राजनीति सपा करती है, आतंकवादियों पर दर्ज मुकदमे वापस लेकर।’ मधु सारण नाम की यूजर ने लिखा कि ‘अपने आप से पूछो फिर किसी और से पूछना, कभी अपने आप को भी आईने मे देखा करो, कांवड़ ले जाने वालों पर फूल बरसाने पर समाजवादी पार्टी को दिक्कत क्यों है?’
नईम सिद्दीकी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘मुजफ्फरनगर का दंगा किस की सरकार में हुआ था। बीजेपी सिर्फ नफरत की राजनीति नहीं कर रही है. एसपी भी है, उसमें और भी बहुत सी पार्टियां है। देश में सिर्फ हिन्दू और मुसलमान की राजनीति हो रही है।’ एक यूजर ने लिखा कि ‘शीशा देख लेते ना एक बार, ट्वीट करके पूछने की जरूरत ही नहीं पड़ती।’
अनुराग भदौरिया का ट्वीट
बता दें कि समाजवादी पार्टी के नेता अनुराग भदौरिया ने ट्वीट कर सवाल पूछा था कि नफरत की राजनीति कौन करता है लेकिन जवाब देते हुए लोगों ने उन्हें भी नहीं छोड़ा और समाजवादी पार्टी समेत उनके हरे कुर्ते को लेकर भी ट्रोल करना शुरू कर दिया। गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के नेता अक्सर भाजपा पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाते रहते हैं।
हाल ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा था कि “मुझे बीजेपी वालों से धर्म नहीं सीखना है। अभी तक जितने भी फैसले बीजेपी ने लिए हैं, वो जनता के खिलाफ हैं। दूध, दही और मक्खन सब पर जीएसटी लगा दिया। सावन के महीने में भोलेनाथ पर चढ़ाने जाएं तो दूध वही जिसपर सरकार ने जीएसटी वसूला हो। इन्होंने पूजा करने वालों को भी नहीं छोड़ा है।”