केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारी करती नजर आ रही हैं। हाल में ही उन्होंने गठबंधन को लेकर कहा है कि राजनीति संभावनाओं का खेल है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि गठबंधन के विषय पर बीजेपी के साथ बातचीत हो रही है लेकिन समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है।
अनुप्रिया पटेल से एक न्यूज़ 24 चैनल के इंटरव्यू के दौरान पूछा गया था कि आपको चुनाव के समय ही बीजेपी क्यों याद करती है? इसके जवाब में अनुप्रिया ने कहा था – इसका जवाब आपको बीजेपी से मांगना चाहिए। हमें मंत्रिमंडल में जो भी पद मिला है उसके जरिए हम समाज की सेवा में लगे हुए हैं। जहां तक चुनाव की बात है तो मंत्रीपरिषद पीएम नरेंद्र मोदी का है, वही तय करते हैं कि कब किसको मंत्रिमंडल में शामिल करना है।
चुनाव के समय आप को मंत्रिमंडल में जगह दी गई से आपको दिक्कत तो हुई होगी? अनुप्रिया ने इसके जवाब में कहा था कि हमें कोई भी दिक्कत नहीं होती क्योंकि हमारी पार्टी लंबे समय से अपनी विचारधारा को लेकर संघर्ष करती आ रही है। हम सत्ता में रहें या न रहें, इसका हमारी पार्टी और कार्यकर्ताओं पर कोई भी प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है, निरंतर ही हम जनता के बीच में जाते रहते हैं। हमें किसी पद की कभी कोई आकांक्षा नहीं रहती है।
5 साल बाद अनुप्रिया पटेल कहां होंगी : इस पर राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा था कि मैं आपको यह नहीं बता सकती कि अगले 5 सालों के बाद मैं अपने आप को कहा देखती हूं लेकिन मैं अपने पार्टी के बारे में जरूर बता सकती हूं, जो आने वाले कुछ वर्षों के बाद और ज्यादा मजबूत स्थिति में खड़ी होगी। हमारी सरकार से मांग है कि पिछड़ा वर्ग के लिए एक अलग से मंत्रालय बनाया जाए। इस मांग को लेकर मैं एक सपना देख रही हूं।
विपक्ष संतुष्ट क्यों नहीं? इस पर अनुप्रिया ने कहा था कि विपक्ष संतुष्ट हो जाएगा तो लोकतंत्र ख़त्म हो जाएगा… लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए विपक्ष का सवाल उठाते रहना जरूरी है। जानकारी के लिए बता दें कि अनुप्रिया पटेल का बीजेपी के साथ गठबंधन है। बीजेपी के साथ मिलकर अनुप्रिया 2014 – 2019 के लोकसभा और 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं।