चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर इन दिनों मीडिया की सुर्खियों में बने हुए हैं। उन्होंने हाल में ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की है, जिसके बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि वह 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों के साथ काम कर सकते हैं। इसी विषय पर एक टीवी चैनल से बात कर रहे प्रशांत किशोर से कई तरह के सवाल किए गए।

एंकर ने पूछे ऐसे सवाल

आज तक न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम में पहुंचे प्रशांत किशोर से एंकर अंजना ओम कश्यप ने पूछा, ‘आपकी नई पार्टी का नाम क्या होगा? आपकी नजर बिहार के मुख्यमंत्री पद पर है या 2024 के लोकसभा चुनाव पर?’ इसके जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्होंने अभी कोई पार्टी नहीं बनाई है। केवल एक जनसुराज नाम का अभियान चलाया जा रहा है, जिसका मकसद बिहार के लोगों से मिलना है और उनकी समस्याओं के बारे में समझता है।

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि इस अभियान के दौरान जो लोग भी जुड़ेंगे, उनके साथ बैठकर तय किया जाएगा कि कोई पार्टी बनाई जाए या फिर नहीं। प्रशांत किशोर द्वारा यह भी कहा गया कि अगर कोई पार्टी बनाई भी जाती है तो वह केवल उनकी पार्टी नहीं बल्कि जो लोग जुड़ेंगे उन सबकी पार्टी होगी।

प्रशांत किशोर ने कहा कि वह उस पार्टी के नेता भी नहीं होंगे। उन्होंने दावा किया कि उनका मकसद इतना है कि लोगों को चिन्हित करके निकाला जाए, जो राजनीति में कुछ करना चाहते हैं।

इस शर्त पर ज्वाइन कर सकते हैं महागठबंधन

प्रशांत किशोर ने महागठबंधन के साथ जाने को लेकर एक शर्त रखी। उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार बिहार में 1 साल में 10 लाख लोगों को नौकरियां देते हैं तो वह गठबंधन करने के बारे में सोचेंगे। जानकारी के लिए बता दें कि प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात करने की पुष्टि करते हुए कहा कि वह बिहार के मुख्यमंत्री से मिले थे। इस मुलाकात को उन्होंने सामान्य बताते हुए कहा कि इसमें किसी राजनीतिक मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई थी।