कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर द्वारा आजादी को लेकर दिए गए बयान पर सियासी घमासान जारी है। इसी मुद्दे पर टाइम्स नाउ नवभारत चैनल पर डिबेट हो रही थी। इसी डिबेट के दौरान एंकर सुशांत सिन्हा ने कांग्रेस नेत्री सुची विश्वास से पूछा – मणिशंकर अय्यर को लगता है कि 2014 के बाद देश गुलाम हो गया, क्या आपको भी यही लगता है?
इस सवाल पर सुची विश्वास ने कहा – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिकी दौरा एक मैनेजमेंट इवेंट था, जिसमें जयकारे लगाने के लिए 300 रुपए देकर लोग ले जाए गए थे। उस समय वहां के उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने भारत के लोकतंत्र को लेकर भी चेतावनी दी थी। एंकर ने सुची विश्वास को टोकते हुए कहा – आपके पास क्या सबूत है कि वहां पर 300 रुपए लेकर लोग गए थे?
कांग्रेस नेत्री ने कहा कि मैंने आपकी बातें धैर्यपूर्वक सुनी। इस पर एंकर ने कहा कि आपने अपनी बात धैर्यपूर्वक कहकर मेरे धैर्य का इंतिहान ले लिया। आप हमारे भारतीयों पर आरोप लगा रही हैं कि वह 300 रुपए लेकर मोदी का कार्यक्रम अटेंड करने गए थें। आप ऐसा कहकर भारतीयों का अपमान कर रही हैं। इस दौरान एंकर और कांग्रेस नेत्री में तीखी बहस होने लगी।
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कांग्रेस नेत्री ने कहा – देश की सामरिक नीति पर आप बात कर रहे हैं और गलवान घाटी का उदाहरण दे रहे हैं। वहां पर हमारे सैनिकों के साथ जो हुआ क्या उसकी जानकारी आपको नहीं है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि वहां पर ना कोई घुसा है और ना कोई घुसेगा। कांग्रेस नेत्री ने विदेश मंत्री एस जयशंकर का जिक्र करते हुए कहा कि वह नकामयाब विदेश मंत्री साबित हुए हैं।
उन्होंने कहा कि पुलवामा अटैक के दौरान आरडीएक्स कहां से आया था आज तक इसकी जानकारी नहीं हो पाई है। कांग्रेस नेत्री ने महंगाई और किसानों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इसको लेकर सरकार क्या कर रही है। मैं मणिशंकर अय्यर का समर्थन नहीं करती हूं लेकिन जब हम देश की सामरिक नीति पर बात कर रहे हैं तो हमें अपने पड़ोसी मुल्कों के बारे में सोचना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि चाइनीस ऐप बंद करके अपनी पीठ थपथपाने वाली मोदी सरकार विदेश नीति में पूरी तरह फेल हुई है।