लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह समक्ष दंड प्रक्रिया विधेयक 2022 के विषय पर चर्चा कर रहे थे। इस दौरान टीएमसी की तरफ से कुछ टिप्पणी की गई कि जब दादा बोलते हैं तो लगता है कि डांट कर बोल रहे हैं। इसके जवाब में लोकसभा में शाह ने कहा कि मैं किसी को नहीं डांटता, मेरी आवाज जरा ऊंची है। शाह के बयान पर सभी सांसद ठहाके मारकर हंसने लगे।

अमित शाह ने कही यह बात : केंद्रीय मंत्री ने टीएमसी सांसद के जवाब में कहा कि मैं कभी किसी को डांटता नहीं हूं, मेरी आवाज जरा ऊंची है। आगे उन्होंने हंसते हुए कहा कि मेरी मैन्युफैक्चरिंग जरा डिफेक्टिव है। मैं तो कभी किसी के ऊपर गुस्सा भी नहीं होता लेकिन कश्मीर का सवाल आता है तो मैं गुस्सा हो जाता। सोशल मीडिया पर शाह के वायरल वीडियो पर यूजर्स भी अपनी प्रतिक्रिया देने में लगे हुए हैं।

यूजर्स के कमेंट्स : रोहित नाम के ट्विटर हैंडल से कमेंट किया गया कि मोटा भाई तो कमाल ही करते हैं। भरत सिंह ने लिखा – अगर कश्मीर के नाम पर इतना ही गुस्सा आता है तो आज तक कश्मीरी पंडितों के लिए कुछ क्यों नहीं किया? एक टि्वटर हैंडल से कमेंट आया कि पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के ऊपर हो रहे अत्याचार पर भी अमित भाई को गुस्सा होना चाहिए।

एक टि्वटर हैंडल से सवाल किया गया कि वैसे आप जब गुस्सा होते होंगे तो क्या होता होगा? उत्सव सिंह ने लिखा – अमित भाई ने अपने मैन्यूफैक्चरिंग डिफेक्ट को बड़े ही सरलता से स्वीकार किया है। यह निशानी संस्कारों की होती है। राकेश अग्रवाल लिखते हैं कि, ‘वाह! भारत को गजब के गृहमंत्री मिले हैं।’ राहुल राजपूत लिखते हैं कि जब आपके नाम से ही लोग डर जाते हैं तो फिर गुस्सा होने की क्या जरूरत है, वैसे ये वाला गुस्सा आपका हमेशा बरकरार रहना चाहिए।

चंद्रप्रकाश सिंह नाम के एक यूजर कमेंट करते हैं कि जब हिंदू मुसलमान करने में बाधा आती है, तब अमित शाह को गुस्सा आता है। इनको भी यह पता है कि हिंदू और मुसलमान के खेल के आधार पर ही बीजेपी और आरएसएस जिंदा है। अशोक शेखावत ने लिखा – जब कश्मीर के विषय पर आपको गुस्सा आता है तो उनके लिए कुछ भला करने के विषय पर सोचा करिए। केवल अपनी राजनीति की धार को तेज करने के लिए कश्मीर का इस्तेमाल मत कीजिए।