संसद में केंद्र सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है। विपक्ष और सत्ता पक्ष के नेता लगातार सरकार के समर्थन और विरोध में अपनी बात रख रहे हैं। बुधवार 9 अगस्त को लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में बोलते हुए UPA सरकार में हुए घोटालों का जिक्र किया। सदन में जहां बीजेपी के सांसद घोटाले के विरोध में बोलते नजर आये तो वहीं कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया चुपचाप बैठे रहे।

अमित शाह गिना रहे थे UPA का घोटाला, शांत बैठे थे सिंधिया!

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बोफोर्स घोटाला, 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला, सत्यम घोटाला, कॉमनवेल्थ घोटाला, कोयला घोटाला, टाट्रा ट्रक घोटाला, वोट के बदले नोट घोटाला, आदर्श घोटाला, नेशनल हेराल्ड घोटाला, वाड्रा-डीएलएफ घोटाला, चारा घोटाला, खाद्य सुरक्षा बिल घोटाला आदि का जिक्र किया। इस दौरान भाजपा सांसद UPA का नाम लेकर हूटिंग करते रहे लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया खामोश रहे।

शेयर किया जा रहा है ये वीडियो

सोशल मीडिया पर यह वीडियो शेयर किया जा रहा है और सवाल पूछा जा रहा है कि आखिर सिंधिया को हो क्या गया है? स्वराज नाम के ट्विटर हैंडल ने लिखा, ‘हो सकता है कि वह फिर से INDIA ज्वाइन करने की सोच रहे हैं।’ अंशुल त्रिवेदी ने लिखा, ‘यूपीए के समय मंत्री रहे सिंधिया जी को उनके सामने चोर बुलाया जा रहा है और वे बेबस होकर देख रहे हैं! सत्ता के लिए सम्मान का सौदा कर लिया।’

एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘अमित शाह के भाषण से ज्यादा चर्चा तो सिंधिया के खामोशी पर हो रही है।’ अनिल सिंह ने लिखा, ‘सिंधिया साहब को अहसास है कि वो घोटाले हुए हैं इसलिए शर्मिंदा हैं, बोल नहीं सकते क्यों कि तब वो भी कांग्रेसी थे।’ एक अन्य ने लिखा, ‘अमित शाह जी अब भी ये घोटाले ये गिना रहे हैं जबकि उन्हें ये बताना चाहिए कि दस सालों में उनकी सरकार ने घोटालेबाजों पर कितनी कार्रवाई की।’

बता दें कि अमित शाह ने सदन में अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में बोलते हुए यह भी कहा, “मैं पहले दिन से ही मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार था लेकिन विपक्ष कभी चर्चा नहीं करना चाहता था। विपक्ष नहीं चाहता कि मैं बोलूं लेकिन वे मुझे चुप नहीं करा सकते। मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष की तरफ से कई तरह की अफवाहें फलाई गईं। 6 साल में मणिपुर में एक भी दिन कर्फ्यू नहीं लगा।”