कांग्रेस सांसद शशि थरूर को उनके जन्मदिन पर गृह मंत्री अमित शाह का फोन आया। थरूर ने ट्वीट कर कहा कि 66 साल के होने के बारे में कुछ खास होना चाहिए। शुभकामनाओं के लिए वो आभारी हैं। उनके ट्वीट से ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस नेता को केंद्रीय गृह मंत्री से कॉल की उम्मीद नहीं थी।
एनडीटीवी के मुताबिक, कांग्रेस नेता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से भी जन्मदिन की शुभकामनाएं भी मिलीं। थरूर ने ट्वीट कर पीएम की तरफ से भेजे गए पत्र का जिक्र किया। थरूर को लिखे अपने पत्र में पीएम मोदी ने उनके लिए शांति और खुशी की प्रार्थना की। पत्र में लिखा है कि जन्मदिन अतीत की यादों को ताजा करने का एक विशेष अवसर होता है। साथ ही यह वह दिन भी होता है जो हमें अपने परिवार, समाज और राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों को नए उत्साह के साथ निभाने के लिए प्रेरित करता है।
थरूर ने ट्वीट कर कहा कि नरेंद्र मोदीजी से मिली शुभकामना उनके दिल को छू गई। वो शिष्टाचार की इन परंपरा को बनाने में हमेशा से आगे रहते हैं।
कांग्रेस नेता शशि थरूर अक्सर सरकार और पीएम मोदी की आलोचना में मुखर रहते हैं। वो अपने ट्वीट में सरकार पर व्यंग्य बाण छोड़ते रहते हैं। लेकिन शिष्टाचार को निभाने में वो खुद भी पीछे नहीं रहते। पीएम मोदी के साथ बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को वो उनके जन्म दिन पर बधाई देते रहे हैं। इसके लिए उन्हें अपनी पार्टी के समर्थकों की तरफ से भी सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।
Touched to receive these thoughtful greetings from @narendramodi ji. He is always gracious in making these gestures of courtesy & kindness. ? pic.twitter.com/rdueFugZbN
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) March 9, 2022
Surprised and touched to receive a telephone call from Home Minister @AmitShah wishing me on my birthday. There must be something special about turning 66! Most grateful for the kind words.
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) March 9, 2022
हालांकि, थरूर ने उन्हें करारा जवाब देते हुए कहा था कि जन्मदिन की बधाई पर हो रहे विरोध से वो स्तब्ध हैं। उनका सवाल था कि क्या राजनीति से सभ्यता खत्म हो गई है। गांधीजी ने हमें अपने राजनीति प्रदिद्वंद्वियों को भी सम्मान देना सिखाया था।
उनका कहना था कि ऐसा लगता है कि अब ऐसा करना मुझे संघ से जुड़े लोगों का हमदर्द बना देता है। वो आडवाणी और नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन पर बधाई देना जारी रखेंगे और इस बात का विरोध करते रहेंगे कि राजनीतिक रूप से वो क्या करते हैं।