उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनैतिक पार्टियां अपने गठबंधन को मजबूत करने में लगी हुई हैं। समाजवादी पार्टी इस चुनाव में राष्ट्रीय लोक दल और सुहेलदेव राष्ट्रीय समाज पार्टी के साथ चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। इसके साथ ही सियासी बाजार में इस बात को लेकर भी चर्चा है कि अखिलेश यादव अपना दल (सोनेलाल) पार्टी के साथ गठबंधन कर सकते हैं हालांकि इसको लेकर अभी तक कुछ साफ नहीं हुआ है।
अखिलेश यादव की पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर अनुप्रिया पटेल ने कहा है कि राजनीति संभावनाओं का खेल है। इसी तरह एबीपी न्यूज़ के इंटरव्यू के दौरान एंकर ने अनुप्रिया पटेल से पूछा था कि आप मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को अपनी पार्टी में शामिल क्यों नहीं कर लेती हैं? इस सवाल पर अनुप्रिया ने कहा था, ” अपर्णा बहुत बुद्धिमान महिला हैं, इनके लिए मैं बस इतना कहूंगा कि यह राजनीति में आएंगी तो अच्छा ही करेंगी। सभी महिलाओं को राजनीति में आने का मौका मिलना चाहिए।”
ऐसा ही सवाल जब योगी आदित्यनाथ में मंत्री स्वाति सिंह से किया गया था तो उन्होंने कहा था कि कोई भी महिला राजनीति में आए उसको लेकर हमें खुश होना चाहिए क्योंकि हम जिस समाज से आते हैं वहां आज भी महिलाओं को आगे नहीं बढ़ाया जाता है। इस इंटरव्यू के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर अपर्णा यादव ने कहा था कि एक तरफ हम शहीदों के परिवार को सांत्वना देते हैं और दूसरी तरफ हम सेना के पराक्रम पर सवाल उठाते हैं।
गौरतलब है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने हाल में ही अपने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अनुप्रिया पटेल के साथ गठबंधन को लेकर कहा कि वह केंद्रीय मंत्री पर छोड़े तब हम देखेंगे। वहीं अनुप्रिया पटेल ने कहा है कि हमारी पार्टी ने भाजपा के साथ गठबंधन में 2014, 2019 का लोकसभा चुनाव और 2017 का यूपी विधानसभा चुनाव लड़ा है। 2022 के चुनाव में साथ होने को लेकर बीजेपी के साथ हमारी बातचीत चल रही है।
अनुप्रिया ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन की खबरों पर विराम लगाते हुए कहा कि राजनीति में अफवाह स्वभाविक है। इस तरह के विचार व्यक्त किए जाते हैं हमें केवल इसका आनंद लेना चाहिए। बता दें कि अनुप्रिया पटेल नरेंद्र मोदी सरकार में राज्य मंत्री हैं। उन्हें 2014 में सांसद बनने के बाद मंत्री बनाया गया था और 2017 में अनुप्रिया पटेल ने भाजपा के साथ गठबंधन कर यूपी विधानसभा चुनाव लड़ा था।