केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल यूपी की राजनीति में अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए जनता के बीच नजर आ रही हैं। यूपी चुनाव को लेकर उनका दावा है कि एक बार फिर से उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने जा रही है। इसके साथ गठबंधन को लेकर उनका कहना है कि राजनीति एक खेल है इसमें कभी भी बदलाव हो सकता है। इन्हीं तमाम विषयों को लेकर अनुप्रिया ने समाचार चैनल आजतक से बातचीत की।
एंकर नेहा बाथम ने अनुप्रिया पटेल से पूछा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव इस बार छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन कर रहे हैं। इसकी वजह से आपको यह नहीं लगता कि आपके गठबंधन के लिए यह लड़ाई थोड़ी सी कठिन हो गई है? इस सवाल पर अनुप्रिया ने कहा – हम तो चाहते हैं कि लड़ाई दिलचस्प हो, इससे हम दूर नहीं भाग रहे हैं। इस लड़ाई में मजा आने वाला है क्योंकि हमारी गठबंधन वाली सरकार ने उत्तर प्रदेश में पिछले 5 सालों में बेहतर काम किया है।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए अनुप्रिया कहती हैं कि अब जनता के बीच लगातार बने रहे और उनकी लड़ाई को आगे बढ़ाते रहें। ऐसे में जब हम चुनाव जीतेंगे तो उसका मजा और बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा कि मुझे कोई खतरा नजर नहीं आता है। जब हम काम करने के बाद जनता के बीच जाते हैं तो हमारा आत्मविश्वास बढ़ा होता है। जब हमने इतना काम किया है तो विपक्षी पार्टियों से क्यों डरना है।
अनुप्रिया पटेल और कृष्णा पटेल एक साथ आएंगी – इस पर अनुप्रिया ने कहा कि पिछले वर्षों में जितने भी चुनाव हुए हैं उसके नतीजे ने हमें बताया है कि अपना दल के समर्थक अनुप्रिया पटेल के साथ खड़े हैं। उन्होंने मां का जिक्र करते हुए कहा कि उनके लिए मेरे हृदय में जो प्रेम और सम्मान है, वह कभी कम नहीं हो सकता है। मैंने परिवार कोई करने का प्रयास भी किया है लेकिन किसी दबाव के कारण यह संभव नहीं हो पाया है।
कृष्णा पटेल समाजवादी पार्टी के साथ क्यों गईं – इस सवाल पर अनुप्रिया ने कहा कि इस बात को राजनीतिक रूप से जोड़ने का कोई मतलब नहीं है। अपना दल के समर्थक हमेशा से मेरा साथ देते आए हैं लेकिन मां के प्रति मेरा सम्मान कभी कम नहीं होगा। गौरतलब है कि यूपी चुनाव को लेकर बड़ी पार्टियां अपने जातीय समीकरण को साधने के लिए छोटे दलों के साथ गठबंधन करते नजर आ रहे हैं।
