योगी आदित्यनाथ के मेट्रो प्रोजेक्ट पर तंज कसते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा है कि गोरखपुर में मेट्रो नहीं बल्कि नाव ही चल सकती है। उधऱ, गोरखपुर के सांसद रविकिशन ने सपा प्रमुख को जवाब देते हुए कहा कि अखिलेश जी गोरखपुर में मेट्रो भी चलेगी फ़ेरारी भी चलेगी। हाँ गोलियां, गुंडई, माफिया गिरी नहीं चलेगी क्योंकि उत्तरप्रदेश में पूज्य योगी महाराज की सरकार है।
अखिलेश ने कहा कि उनके किए कामों का श्रेय योगी आदित्यनाथ ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार के समय शुरू हुए प्रोजेक्ट को रंग बदलकर आगे बढ़ा रहे हैं। चुनाव आयोग के काम पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि जो मतदाता सूची 21 लाख 56 हजार 262 नाम नए जोड़े गए हैं। जबकि काटे गए नामों की संख्या 16 लाख 42 हजार 756। उनका कहना था कि नाम जुड़ने और काटने के बाद ही सूची प्रकाशित की जाती है। लेकिन इस बार चुनाव आयोग दबाव में ऐसा नहीं कर रहा है। उनका कहना था कि ऐसा नहीं हुआ तो समाजवादी पार्टी चुनाव आयोग के खिलाफ धरना देगी। पहले यह सूची राजनीतिक दलों को दी जाती थी पर इस बार नहीं दी जा रही। ऐसा बीजेपी के दबाव की वजह से हो रहा है।
ध्यान रहे कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 10 नवंबर को कानपुर मेट्रो ट्रायल रन को हरी झंडी दिखाएंगे। ट्रायल रन के दौरान आईआईटी से मोतीझील के बीच चलने वाली इस मेट्रो में बैठकर मुख्यमंत्री निरीक्षण करेंगे। अभी ट्रायल के दौरान टेस्टिंग चल रही है। मुख्यमंत्री की हरी झंडी के बाद ट्रायल रन शुरू होगा। हालांकि, मेट्रो प्रोजेक्ट की बात की जाए तो लखनऊ मेट्रो लाने का ख्वाब यूपी की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने देखा था।
.@yadavakhilesh का योगी सरकार पर तंज़, बोले- गोरखपुर में मेट्रो नहीं नाव ही चलेगी #UttarPradeshElections2022 pic.twitter.com/u3CFJx2wW7
— AajTak (@aajtak) November 9, 2021
अखलेश जी गोरखपुर में मेट्रो भी चलेगी फ़ेरारी भी चलेगी हाँ गोलियाँ गुंडई माफिया गिरी नहीं चलेगी क्यूँकि उत्तरप्रदेश में पूज्य @myogiadityanath महाराज की सरकार है । #सोच_ईमानदार_काम_दमदार
— Ravi Kishan (Modi Ka Parivar) (@ravikishann) November 9, 2021
2007 से 2012 के बीच जब मायावती सूबे की मुख्यमंत्री थीं तो 2011 में उन्होंने पहल करते हुए दो बार लखनऊ मेट्रो की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट केंद्र की तत्कालीन यूपीए सरकार को भेजी थी। लेकिन उसे जमीन पर उतारने का काम अखिलेश राज में हुआ था। अखिलेश यादव के दौर में लखनऊ मेट्रो को मंजूरी मिली। ये अखिलेश के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल हो गया था। यही वजह थी कि इस सपने को पूरा करने में उन्होंने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
उधर, सोशल मीडिया पर लोगों ने अखिलेश को नसीहत दी। दीनानंद मिश्रा ने लिखा-अरे अखिलेश यादव जी थोरा सा अगर योगी आदित्यनाथ का अनुकरण किया होता तो आप अपने आपको भाग्यशाली समझते। लेकिन आप लोगों को क्या है जनता जनार्दन को मूर्ख बनाओ जातियों में बांटो और राज करो। कोई मरा तो क्या हुआ, अगर कोई जिन्दा है तो क्यों ज़िन्दा है। आप अपने आपको हिंदू कहते हो शर्म करो। जितेंद्र नागवंशी ने लिखा- यदि आप आ गए तो नाव ही चलेगा, नही तो मेट्रो की उम्मीद तो है ही।
