उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ईवीएम को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि बिना सुरक्षाबलों के ईवीएम मशीनों को ले जाया जा रहा है। अखिलेश के आरोप पर बीजेपी के कई नेताओं ने पलटवार किया है।
अखिलेश के आरोप पर यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने एग्जिट पोल का जिक्र करते हुए कहा है कि अपनी हार को देखकर वह बौखला गए हैं। उन्होंने लिखा कि सपा गठबंधन के तथाकथित सभी बड़े नेता चुनाव हार चुके हैं। मतगणना के पहले नौटंकी बंद करो, चुनाव आयोग सभी प्रत्याशियों को ईवीएम मशीन की रखवाली की अनुमति देती है परंतु यूपी अब जातिवादी, परिवारवादी मानसिकता के साथ जब जब सत्ता मिली हमेशा ही अपराधियों के संरक्षक बने।
इसके साथ उन्होंने अखिलेश पर निशाना साधते हुए लिखा कि परिवारवाद के प्रतीक अखिलेश का हार के भय से लोकतंत्र बचाने के लिए क्रांति की बात करना महज हास्यास्पद है। मतदान के दौरान झगड़ा और विवाद करने का आरोप लगाते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इनके सभी हथकंडे असफल हुए हैं। सपाई गुंडों के सरदार अखिलेश यादव की सपा का जनता द्वारा सफाया कर दिया गया है।
यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अखिलेश के आरोपों पर कहा कि ठंडा हो गया माफियावादियों का जोश, रात दिन भर देना है ईवीएम को दोष। बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि जो लोग कल तक बूथ लूटा करते थे, वो आज बूथ की सुरक्षा में बैठे हैं। खिसियाया विपक्ष ईवीएम नोचे।
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने अखिलेश यादव की एक तस्वीर शेयर कर चुटकी लेते हुए लिखा कि डबडबाई पलकें। बीजेपी नेता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि समाजवादी पार्टी हिंसा, अराजकता गुंडागर्दी फैलाने के मूड में है इसलिए तरह के आरोप लगा रही है। इसके साथ उन्होंने दावा किया कि 10 मार्च को बीजेपी प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।