ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर राजनैतिक दलों के नेता वार – पलटवार करने में लगे हुए हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हिंदू धर्म में कहीं भी पत्थर रख देने से मंदिर हो जाता है। बीजेपी नेताओं की ओर से उनके इस बयान की आलोचना की गई है। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उनके बयान पर पलटवार किया है।
नरोत्तम मिश्रा ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव के समय में तो उनके सपने में कृष्ण भगवान आया करते थे लेकिन उन्हें यह नहीं बताया था कि वह उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बहुत बुरी तरीके से हारने वाले हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमारे यहां गीत और गानों में भी देवी देवताओं को पूजा जाता है। हम तो पत्थरों की भी पूजा करते हैं।
उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि ऐसी ही बातें करने के कारण अखिलेश यादव को टीपू कहा जाता है। ज्ञानवापी मस्जिद में हिंदू पक्ष के दावे पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मस्जिद में भगवान शिव के मिलने के बाद बीजेपी के अलावा किसी ने भी खुशी व्यक्त नहीं की है। अखिलेश पर निशाना साधते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जहां भी हिंदू धर्म पर कुठाराघात करने का मौका होता है, यह सबसे पहले आकर खड़े हो जाते हैं।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि वह केवल चुनाव के समय टीका लगाते हैं और बाकी समय टोपी लगाकर घूमते हैं। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा हाल में ही किए गए इस ट्वीट को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि यह लोग केवल भावनाएं भड़काने का काम करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर मध्य प्रदेश में किसी ने इस तरह की घटना की होती तो हम कार्रवाई जरूर करते।
अखिलेश यादव ने कही थी यह बात : हमारे हिंदू धर्म में यह है कि कहीं पर भी पत्थर रख दो, एक लाल झंडा रख दो, पीपल के पेड़ के नीचे तो मंदिर बन गया। यह कोर्ट का मामला है। बीजेपी जान-बुझकर ज्ञानवापी का मुद्दा उठा रही है ताकि हम-आप असली मुद्दों से बहक जाएं। बीजेपी अपनी बड़ी-बड़ी साजिशों को छुपाने के लिए ज्ञानवापी का मुद्दा बढ़ा रही है।
