माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या पर सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं, दूसरी तरफ यूपी पुलिस और एसटीएफ की टीम लगातार अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को ढूंढ रही है। शाइस्ता पर अब 50 हजार रुपए का इनाम है। इस बीच समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने शाइस्ता परवीन का बचाव करते हुए ट्ववीट किया तो लोगों ने ट्रोल किया।

सपा नेता आईपी सिंह ने शाइस्ता परवीन का किया बचाव

सपा नेता आईपी सिंह ने शाइस्ता परवीन का बचाव करते हुए कहा,’उसके परिवार में 3 लोगों की हत्या कर चुकी यूपी पुलिस उस महिला को तलाश रहीहै जिसके जवान बेटे को मार दिया जिसके 4 बार के MLA,सांसद रहे शौहर को मार दिया उसके पूर्व MLA देवर को मार दिया। कल तक वह महिला मेयर चुनाव की तैयारी कर रही थी फिर उसपर इनाम घोषित कर दिया गया।’

उन्होंने अपने दूसरे ट्ववीट में लिखा कि पूर्व सांसद स्व श्री अतीक अहमद की विधवा पत्नी एक महिला पर तानशाही पुलिस टार्चर बन्द करो उन्हें उनके आंसुओं के साथ अब जीने दो। सपा नेता द्वारा किये गए इस ट्वीट पर लोग उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे हैं। कुछ लोगों ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को टैग करते हुए कई तरह के सवाल किये।

सोशल मीडिया यूज़र्स ने सपा नेता पर किया ट्रोल

@RaviGupta_Ind नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया- जनाब , यूपी पुलिस उनको तलाश रही है जिनके जवान बेटे ने बहुत की जवानी उजाड़ दी होगी। उनको तलाश रही है, जिनके शौहर ने MLA और सांसद बन के समाज सेवा नहीं। आप कहो तो भारत रत्न के लिए आवाज़ उठाएं मेयर साहिबा हेतु? @DO1IND नाम के एक यूजर ने कहा कि उस MLA और MP और उसका भाई MLA ने किसी पर रहम किया था। अपने आतंक से सपाईयों को शर्म नहीं आती। @PremSanataniHB नाम के एक यूजर ने कहा- आप उमेश पाल और दो पुलिस जवानों की हत्या सही ठहरा रहे हैं। लेकिन हैरानी नहीं होनी चाहिए क्योंकि ये समाजवादी पार्टी की जो विचारधारा है उसी को ये दर्शा रहे हैं।

@MalgarhNitesh नाम के एक यूजर ने लिखा कि ये समाजवादी पार्टी है। माफियाओं की रक्षक, आतंकवादियों की रक्षकमतलब जनता की भक्षक। @rksagra007 नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया,’जो अपने परिवार में लगातार हो रही मौतों के बाद भी सामने नहीं आ रही। आप उस महिला की तरफदारी कर रहे हैं, परिस्थितियां कैसी भी हो सामने आना चाहिए।’ @AnchorAnurag नाम के एक यूजर लिखते हैं- सर संवेदना हो सकती है लेकिन इसका मतलब ये तो नहीं की किसी ने गुनाह किया हो या गुनाहगारों का साथ दिया हो तो उसे छोड़ दिया जाए।