उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव 17 अक्टूबर को कानपुर पहुंचे थे। इस दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और नेता सपा अध्यक्ष का स्वागत करने के लिए सड़कों पर एकत्रित हुए थे। सपा कार्यकर्ताओं में अखिलेश यादव तक पहुंचने की होड़ लगी हुई थी। इसी दौरान सपा के नेताओं और उनके समर्थकों के बीच कहासुनी हो गई और एक दूसरों को जमकर गालियां दी।

अखिलेश यादव यादव महासभा कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए कानपूर पहुंचे थे। जाजमऊ चेकपोस्ट पर उनके स्वागत के लिए पहुंचे सपा कार्यकर्ताओं में भिडंत हो गई। आलम ये रहा कि सपा विधायक खुद इस मारपीट में शामिल दिखाई दिए। दरअसल सपा नगर अध्यक्ष फजल महमूद अपने समर्थकों के साथ अखिलेश यादव का स्वागत करने के लिए खड़े थे, तभी विधायक मोहम्मद हसन रूमी भी वहां पहुंच गए।

पुलिसकर्मियों के साथ भी हुई अभद्रता

किसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया और फिर समर्थकों ने गाली गलौज शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि इसके बाद विधायक मोहम्मद हसन रूमी ने मारपीट शुरू कर दी। कुर्सियों से एक दूसरे को पीटा गया। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने मामले को शांत करने की कोशिश की तो उनके साथ भी धक्का-मुक्की और गाली गलौज की गई। सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो रहा है।

इससे पहले अखिलेश यादव के काफिले में एक समर्थक ने अपनी गाड़ी घुसा दी थी, इससे नाराज सुरक्षाकर्मियों ने कार चालक की पिटाई कर दी थी। इस घटना के बाद कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। तनातनी के बाद यह विवाद तो शांत हो गया लेकिन उधर कानपुर में सपा नेताओं के बीच हुई भिड़ंत ने पार्टी की किरकिरी जरूर करवा दी। बताया गया कि दोनों नेताओं के बीच बाद में समझौता हो गया।

बता दें कि अखिलेश यादव ने सरदार अमोल सिंह भाटिया के परिजनों से भी मुलाकात की। इसके बाद अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा नेता और उसके साथियों ने पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। आंख बचेगी या नहीं कोई नहीं जानता। अमोल का इलाज प्रदेश सरकार को कराना चाहिए। अखिलेश यादव ने कहा कि अगर प्रदेश सरकार मदद नहीं करती है तो समाजवादी पार्टी इलाज में मदद करेगी। सपा अध्यक्ष ने किसान बाबू सिंह यादव के परिजनों से मुलाकात की।