अयोध्या विकास प्राधिकरण ने अपने क्षेत्र में अवैध रूप से जमीन बेचने और उन पर निर्माण कराने वाले 40 लोगों की लिस्ट जारी की है। इस मसले पर विपक्षी दल के नेता योगी आदित्यनाथ सरकार को घेर रहे हैं। इसी बीच सपा प्रमुख व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा पर कटाक्ष कर एक पोस्ट किया। जिस पर लोग तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे।

अखिलेश यादव का ट्वीट

समाजवादी पार्टी के मुखिया ने एक समाचार पत्र की रिपोर्ट को ताजा करते हुए लिखा कि, ‘हमने पहले भी कहा है फिर दोहरा रहे हैं, भाजपा के भ्रष्टाचारी कम से कम अयोध्या को तो छोड़ दें।’ आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी भाजपा पर कटाक्ष पर कमेंट किया कि श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र में जमीन घोटाला, ADA ने जो सूची जारी की है, उसमें तमाम धार्मिक स्थलों पर बीजेपी नेताओं ने कब्जा कर लिया है। ये ना प्रभु श्रीराम के हैं और ना आप के हैं।

लोगों के रिएक्शन

अखिलेश यादव व संजय सिंह द्वारा किए गए कमेंट पर आम सोशल मीडिया यूजर्स कई तरह के रिएक्शन दे रहे हैं। मोनू पंडित नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि उत्तर प्रदेश में रामराज्य चरम पर पहुंच गया है। सरफराज नाम के यूजर द्वारा लिखा गया – घुमा क्यों का कोई कुछ नहीं कर सकता क्योंकि इनकी जान पहचान बड़े लोगों के साथ होती है। सूरज त्रिपाठी नाम के एक यूजर ने अखिलेश की पोस्ट पर तंज कसते हुए लिखा, ‘ कारसेवकों का कत्लेआम कराने वाले लोग ध्यान ना दें तो बेहतर होगा, सबसे ज्यादा भूमाफिया आपके ही शासन में बढ़े थे।’

कार्तिक नाम के एक यूजर ने लिखा कि रामराज में कुछ भी पौराणिक नहीं है, सब कुछ शुद्ध राजनीति के तहत किया जा रहा है। आदित्य श्रीवास्तव नाम के टि्वटर हैंडल से कमेंट आया, ‘ज्यादा ज्ञान खतरनाक होता है, अवैध कॉलोनियां आज नहीं बनाई गई हैं। इसमें तुम्हारी और मायावती सरकार का बहुत बड़ा हाथ है। उस पर भी दो शब्द बोल दो।’ रोहित श्रीवास्तव नाम के एक यूजर ने लिखा – मोदी है तो सब कुछ मुमकिन है, रामराज में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं।

कांग्रेस ने भी बीजेपी पर किया कटाक्ष

अयोध्या भूमि घोटाले के सामने आने के बाद कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए बीजेपी पर जमकर हमला बोला है। कांग्रेस की ओर से मांग की गई है कि उच्चतम न्यायालय इस मामले को स्वता संज्ञान में ले और भगवान राम के नाम पर होने वाली लूट बंद हो। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि जिस बात को कांग्रेस पार्टी पिछले कई महीने से उजागर करने की कोशिश कर रही है, आज उस बात को बीजेपी को भी मानना पड़ा है। बीजेपी ने स्वीकार किया है कि उनके नेता, विधायक, महापौर और अधिकारी बड़ी संख्या में अयोध्या भूमि घोटाले में शामिल हैं।