असंसदीय शब्दों की नई लिस्ट पर विपक्ष नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस पर कई तरह के सवाल खड़े किए हैं। असंसदीय शब्दों की नई सूची पर भड़कते हुए उन्होंने कहा कि अगर मैं बोलूंगा कि मैं मोदी सरकार पर फूल बरसा कर मारूंगा क्योंकि आपने नौजवानों को बेरोजगार बना दिया।
ओवैसी का पूरा बयान : उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार पर भड़कते हुए कहा कि क्या मैं अब संसद में खड़े होकर कहूंगा कि मैं ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फूल बरसा कर मारूंगा’ क्योंकि उन्होंने देश के नौजवानों को बेरोजगार कर दिया है। क्या फूल को असंसदीय शब्दों में डाल दिया जाएगा, या फिर यह कहूंगा कि बहारों फूल बरसाओ मोदी सरकार पर क्योंकि उन्होंने भारत के नौजवानों को बेरोजगार कर दिया।
दो बच्चों के कानून पर ओवैसी ने दिया ऐसा बयान : असदुद्दीन ओवैसी में जनसंख्या नियंत्रण के लिए दो बच्चों के कानून पर कहा कि मैं इस कानून का समर्थन नहीं करूंगा क्योंकि यह भारत के हित में नहीं है। इस कानून के आ जाने से महिलाओं पर लड़का पैदा करने का दबाव बढ़ जाएगा। इसके साथ उन्होंने कहा, ‘ भारत की 25 प्रतिशत आबादी 25 साल से कम है, नरेंद्र मोदी सरकार उनके लिए क्यों कुछ नहीं सोच रही। उन्होंने 8 साल में इन लोगों के लिए क्या किया है।’
लोगों की प्रतिक्रियाएं : मनीष नाम के ट्विटर यूजर ने सवाल किया – फूल और फूल का मतलब सेम तो नहीं है? नितेश कुमार नाम के एक यूजर लिखते हैं, ‘ मारूंगा…ये कैसा शब्द है?’ एक अन्य टि्वटर हैंडल से सवाल किया गया कि आप लोग कब से फूल बरसाने की बात करने लगे। सतीश चौहान नाम के एक यूजर ने कमेंट किया, ‘आप तो मुसलमानों के रहनुमा बनकर केवल बीजेपी का फायदा पहुंचाते हो, अगर यूपी चुनाव में ना आए होते तो वहां पर समाजवादी पार्टी की सरकार होती।’
विकास सिंह राणा नाम के ट्विटर यूजर पूछते हैं, ‘अगर मैं बोलूं ओवैसी ने देश में नफरत फैलाने में एक रिकॉर्ड कायम किया है इसलिए ओवैसी के ऊपर फूल बरसाना चाहिए तो क्या आप बरसाओगे।’ जानकारी के लिए बता दें कि 18 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है। इससे पहले लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी बुकलेट में जुमलाजीवी, बाल बुद्धि, ड्रामा और करप्ट जैसे शब्दों को असंसदीय करार दिया गया है।