सोमवार को कांग्रेस उपाध्‍यक्ष सोनिया गांधी ने इंडिया टूडे को इंटरव्यू दिया। सोनिया गांधी की करीब 9 साल बाद ये पहला इंटरव्यू दिया। उनका इंटरव्यू इंडिया टुडे के पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने लिया। इंटरव्यू के टेलिकास्ट होने के बाद ये ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा। ट्विटर पर सोनिया गांधी ट्रेंड करने लगी। काफी हद तक ट्विटर पर राजदीपर को उसी प्रकार के आलोचना का शिकार होना पड़ा जैसा प्रधानमंत्री का इंटरव्यू लेने के बाद अर्णब गोस्वामी को होना पड़ा था। ट्विटर यूजर्स राजदीप के साधारण प्रश्नों को लेकर खासे नाराज नजर आए। कई लोगों ने सास- बहु के रिश्तों पर आधारित इंटरव्यू तक करार दे दिया। हालांकि कुछ लोगों ने सानिया गांधी की तारीफ भी की।

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सोनिया ने इंटरव्यू में इंदिरा गांधी, उनकी हत्‍या, राजीव गांधी, कांग्रेस की वर्तमान स्थिति को लेकर बातें की। सोनिया से जब पूछा कि क्‍या नरेंद्र मोदी की स्‍टाइल इंदिरा गांधी की तरह नहीं है, तो उन्‍हें जवाब दिया, ”बिलकुल नहीं।” इंदिरा गांधी की आम आदमी से सहानुभूति थी। आज के नेताओं में ऐसा नहीं है। सोनिया ने साथ ही बताया कि वह राजनीति में कभी नहीं आना चाहती थी। राजनीति में परिवारवाद के सवाल पर कहा कि यदि डॉक्‍टर का बेटा डॉक्‍टर हो सकता है तो राजनेता का बेटा राजनेता क्‍यों नहीं। जनता इनका चुनाव करती हैं। उन्‍होंने कहा कि वह इंदिरा गांधी के चलते राजनीति में हैं। वह राजीव गांधी के राजनीति में आने के खिलाफ थी। राजीव पायलेट बनकर खुश थे।

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कांग्रेस की वर्तमान स्थिति पर पूछे गए सवालों पर उन्‍होंने कहा कि वह इस बात से सहमत नहीं हैं कि कांग्रेस में नरेंद्र मोदी के मुकाबले का नेता नहीं है। पार्टी 44 सीटों से ऊपर आएगी। राजनीति में उतार चढ़ाव चलता रहता है। कभी आप हारते हैं तो कभी जीत जाते हैं। वर्तमान स्थितियों में कांग्रेस सही तरह से आगे बढ़ रही है। प्रियंका गांधी में इंदिरा गांधी की झलक दिखने के सवाल पर सोनिया ने बताया कि उनके परिवार में सभी लोगों पर इंदिरा गांधी का असर है। फिर चाहे वह प्रियंका हो या राहुल हो। सब पर अलग-अलग तरह से उनका असर है।