रायबरेली सदर से विधायक अदिति सिंह लंबे समय से कांग्रेस के खिलाफ बगावती सुर में दिखाई दे रही थी। अब उन्होंने कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी का हाथ थाम लिया है। उन्होंने बीजेपी ज्वाइन करने पर कांग्रेस को जमकर कोसते हुए प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल खड़ा किया है। इस दौरान अदिति सिंह का एक पुराना इंटरव्यू सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
उस इंटरव्यू में अदिति सिंह से उनके पिता स्व अखिलेश सिंह के बारे में बात की गई है। जब उनसे यह पूछा गया था कि आपके पिता की एक डॉन वाली छवि है। क्या आपको कुछ लोग डॉन की बेटी कहते हैं? इसके जवाब में अदिति ने कहा था – यह केवल वह लोग कहते हैं जो उनके आलोचक हैं…या मीडिया में इस तरह की बात की जाती है। उनके क्षेत्र में उन्हें केवल लोग भैया जी या विधायक जी कहते हैं।
अदिति ने कहा था कि उन्होंने जो पिछले 25 सालों में काम किया है। उसकी वजह से मुझे बहुत फायदा मिला है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में रायबरेली एक अहम जिला माना जाता रहा है। इस सीट पर हमेशा से ही गांधी – नेहरू परिवार का दबदबा रहता था। रायबरेली में कांग्रेस का दबदबा होने पर भी कभी भी सदर विधानसभा सीट पर अदिति के पिता के बिना कांग्रेस ने जीत नहीं दर्ज की थी।
बता दें कि स्व अखिलेश सिंह सदर सीट से 5 बार विधायक रहें। उन्होंने कई बार निर्दलीय चुनाव जीता था। 2012 के चुनाव में उन्होंने पीस पार्टी ज्वाइन की थी। अखिलेश सिंह लगभग 13 वर्षों तक कांग्रेस से अलग रहे थे। इस दौरान गांधी परिवार से उनका 36 का आंकड़ा रहता था। कभी कांग्रेस की जमकर खिलाफत करने वाले अखिलेश सिंह ने उसी पार्टी को ज्वाइन कर लिया था। 2017 विधानसभा चुनाव में उनकी बेटी अदिति ने कांग्रेस के टिकट पर ही चुनाव लड़ा था। 2019 में एक लंबी बीमारी के चलते अखिलेश सिंह का निधन हो गया था।
अखिलेश सिंह के निधन के बाद उनकी पत्नी वैशाली सिंह और दोनों बेटियां राजनीति में अपना वर्चस्व बनाए रखने में लगी हुई हैं। गौरतलब है कि अखिलेश की पत्नी वैशाली सिंह ब्लाक प्रमुख हैं और उनकी छोटी बेटी देवांशी सिंह बीडीसी सदस्य है और धुन्नी सिंह फाउंडेशन नाम से एनजीओ चलाती हैं। हाल में ही देवांशी सिंह की शादी भी मीडिया में सुर्खियां बटोर रही है। बड़ी बहन की तरह देवांशी की शादी भी राजनैतिक घराने में हुई है।