चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस पार्टी सहित कई और दलों के साथ काम किया है। हाल में ही उनको लेकर चर्चा थी कि वह कांग्रेस के साथ जा सकते हैं लेकिन इस चर्चा पर उन्होंने स्वयं विराम लगा दिया। इन्हीं तमाम विषयों को लेकर उन्होंने हाल में ही एक टीवी चैनल पर इंटरव्यू दिया।

Continue reading this story with Jansatta premium subscription
Already a subscriber? Sign in करें

इंटरव्यू के दौरान प्रशांत किशोर से कांग्रेस नेतृत्व को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह केवल किसी परिवार की पार्टी नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में गांधी परिवार के हाथ में ही कांग्रेस का नेतृत्व होना चाहिए। वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस के ऊपर है कि वह किसे पार्टी की कमान देना चाहते हैं।

जब उनसे पूछा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद बीजेपी में गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में कौन सबसे सक्सेसफुल नेता होगा? इसके जवाब में प्रशांत किशोर की ओर से कहा गया, ‘ आज की तारीख में तो अमित शाह ही हैं।’ एक अन्य सवाल के जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्हें दिल्ली से ज्यादा बिहार की राजनीति में सक्रिय रहना पसंद है। 

महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर प्रशांत किशोर ने कहा कि आज भी यह मुद्दा उतना ही गर्म है, जितना 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान था। यह विपक्ष के ऊपर है कि वह इस मुद्दे को किस तरह से बना सकता है। इसके पीछे का कारण बताते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बीजेपी नेहिंदुत्व, राष्ट्रवाद और लाभार्थी जैसे मुद्दों को विपक्ष के सामने चुनौती के रूप में खड़ा कर दिया है। 

जब उनसे पूछा गया कि क्या बीजेपी को हराया नहीं जा सकता है? प्रशांत किशोर ने कहा, ‘बीजेपी को बिल्कुल हराया जा सकता है। बीजेपी द्वारा खड़ी की गई चुनौतियों का सामना आराम से किया जा सकता है।’ उन्होंने कहा कि पूरे देश में होने वाले चुनाव को बीजेपी नहीं जीत रही है, जिससे यह साफ होता है कि देशके कुछ लोग इस सरकार से नाराज भी हैं।

Jansatta.com पर पढ़े ताज़ा ट्रेंडिंग समाचार (Trending News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए जनसत्ता की हिंदी समाचार ऐप डाउनलोड करके अपने समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं ।
First published on: 26-05-2022 at 14:57 IST