सपा नेता और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने रामचरित मानस को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। जिसके बाद उनके समर्थकों ने लखनऊ में रामचरितमानस जलाई। इस मामले में स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ उनके समर्थकों पर भी एफआईआर हो गयी है। पुलिस ने बताया कि पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले पर सोशल मीडिया यूज़र्स (Social Media Users) तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं। टीवी एंकर रुबिका लियाक़त (Anchor Rubika Liyaquat) ने स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थकों पर भड़कते हुए एक ट्ववीट किया।
रुबिका लियाक़त ने किया ऐसा ट्ववीट
एंकर रुबिका लियाक़त ने अपने आधिकारिक हैंडल से स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थकों पर भड़कते हुए लिखा,”बहुत से जाहिल सनातन की सहिष्णुता और देश के लोकतंत्र का नाजायज़ फ़ायदा उठाते हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य के इन चमचों से कोई पूछे, ऐसा किसी और धार्मिक ग्रंथ के साथ करने की सोच भी सकेंगे। भारत की सहिष्णुता देखो लकडथक्कों! 80% हिंदुओं वाले देश में ये मुस्कुरा कर उनकी आस्था को जला रहे हैं।”
लोगों के कमेंट्स
@NadeemRamAli नाम के एक यूजर ने लिखा,”मेरे लिए जिस तरह कुरान पवित्र ग्रंथ हैं, उसी तरह रामचरितमानस भी पवित्र और आदरणीय हैं। क़ुरान, रामचरितमानस का अपमान करने वाले, उन्हें फाड़ने वाले अधर्मी व शैतान हैं जो ऐसा कर समाज में नफरत फैलातें हैं, ऐसे लोगो के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए हालांकि ऐसे लोग नारकीय है। एक मुसलमान के नाम में राम हैं तो यह रामचरितमानस की वजह से हैं।” @deepak13861602 नाम के एक यूजर ने सवाल किया- और जला भी हिंदू ही रहे है ,तो दूसरे धर्म को यहां खोजना जरूरी है क्या?
@ameer_hamza_80 नाम के एक यूजर ने सवाल किया- अन्य धर्म ग्रंथ से क्या मतलब है? जिस धर्म की यह किताब है ये लोग भी तो उसी धर्म के हैं! क्या ये किसी धर्म के हैं? ये लोग दूसरो के धर्म ग्रंथ के साथ ऐसा क्यो करेंगे? इनकी शिकायतें तो अपने ही धर्म ग्रंथ से हैं, तब दूसरों को इसमें क्यों घसीट रही हो?
@Anilsingh9761 नाम के एक यूजर लिखते हैं कि सत्ता पाने के लिए यह लोग कुछ भी कर सकते हैं, अभी इनके आकाओं के दिमाग में बांटो और राज करो का आईडिया चल रहा है। @amitsingh_85 नाम के एक ट्विटर यूजर लिखते हैं कि विनाश काले विपरीत बुद्धि अर्थ “विनाश काले विपरीत बुद्धि” का अर्थ यह है कि “ जब भी किसी इंसान की मृत्यु या विनाश का समय आता है तो उस इंसान की बुद्धि और उसका विवेक काम करना बंद कर देते है जिससे की इंसान सही निर्णय लेने में असमर्थ हो जाता है।