समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस को लेकर दिए गए बयान पर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। भाजपा नेताओं ने सपा नेता के बयान पर आपत्ति जताई है। वहीं, इन्हीं तमाम विषयों पर एक टीवी चैनल से बात कर रहे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से एंकर सुधीर चौधरी ने रामचरितमानस विवाद पर सवाल किया। यूपी सीएम का जवाब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोग कई तरह के कमेंट करने लगे।
योगी आदित्यनाथ से किये ऐसे सवाल
आजतक न्यूज़ चैनल पर हो रहे एक इंटरव्यू के दौरान एंकर सुधीर चौधरी ने यूपी सीएम से पूछा,”जिस तरह से रामचरितमानस को लेकर लगातार टिप्पणी की जा रही है, क्या इस तरह की बयानबाजी किसी और धार्मिक किताब पर की जा सकती है?” यूपी सीएम ने रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी करने वालों पर निशाना साधते हुए जवाब दिया।
यूपी सीएम ने दिया ऐसा जवाब
यूपी सीएम ने एंकर के सवाल पर कहा,”ये वैसे लोग हैं, जिनका विकास करने का कोई एजेंडा नहीं है। इस प्रकार के मुद्दों को विकास के एजेंडे से दूर करने के लिए किया जा रहा है। समाज में विखराव पैदा करने की कोशिश करने वाले लोग इसमें सफल नहीं होंगे क्योकि समाज उनकी असलियत समझ चुका है।” इसके साथ एंकर ने सवाल किया कि आपकी छवि हार्ड हिंदुत्व वाली है, क्या आप इससे संतुस्ट हैं? इस पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं योगी हूं और योगी के रूप में ही रहना पसंद करता हूं।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए यूपी सीएम ने कहा,”मैं हार्ड और सॉफ्ट नहीं हूं, केवल एक योगी हूं। एक योगी के रूप में ही अपने काम को करने में लगा हुआ हूं। ” पीएम नरेंद्र मोदी के से की गयी तुलना पर उन्होंने कहा कि वह केवल एक कार्यकर्त्ता के रूप में काम कर रहे हैं, हिंदुत्व हार्ड और सॉफ्ट नहीं केवल हिंदुत्व हिंदुत्व ही होता है।
वीडियो पर लोगों के रिएक्शन
@Shah999Rajesh नाम के एक यूजर ने लिखा,”मुझे तो इतना पता है जैसे माता को मातृत्व से, पिता को पितृत्व से, जैन को जैनत्व से, बोध को बुद्धत्व से, मुस्लिम को इस्लामियत से, इसाई को इसाईयत से अलग नही समझा जाता उसी प्रकार हिन्दू को हिंदुत्व से अलग नही समझा जा सकता।” @SITA_RAM_SH नाम के एक यूजर ने पूछा- कब तक तमाशा देखोगे? रामचरितमानस जलाने वालों को क्या किया? @sureshCO155621 नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता के नाम पर राष्ट्र को कमजोर करने वाला,असंसदीय, अशिष्ट, अनर्गल, अप्रत्याशित, अनैतिक, आराजक, अक्षम्य, अव्यावहारिक एवं अमर्यादित सम्भाषण की किसी को भी अनुमति नहीं हो। ऐसे कुत्सित वक्तव्य को संज्ञेय अपराध मान कर भारतीय दण्ड संहिता के तहत कार्यवाही की जानी चाहिये।