दिल्ली आबकारी घोटाले के मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर सीबीआई ने पिछले हफ्ते छापा मारा था। इसी दौरान अमेरिका के प्रसिद्ध अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स में दिल्ली के शिक्षा मॉडल को लेकर एक आर्टिकल प्रकाशित किया गया था। जिसको बीजेपी ने ‘पेड न्यूज़’ बताया था। इसी पर एंकर सुधीर चौधरी ने एक सवाल किया। जिस पर लोग तरह-तरह के जवाब देते नजर आए।

सुधीर चौधरी का ट्वीट

एंकर सुधीर चौधरी ने लिखा, ‘दुनिया का सर्वश्रेष्ठ शराब मंत्री कौन है? न्यूयॉर्क टाइम्स को ये भी बताना चाहिए।’ एंकर का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उनके सवाल पर कुछ लोग जवाब देते हुए तंज कस रहे हैं तो वहीं कुछ लोगों ने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का नाम लिया है।

लोगों के जवाब

रिजवान हैदर नाम के ट्विटर यूजर ने तंज कसते हुए लिखा कि न्यूयॉर्क टाइम्स का आर्टिकल काफी गहराई तक चुभा है कुछ लोगों को। अमृता त्रिपाठी नाम की एक ट्विटर यूजर कमेंट करती हैं – दुनिया का सर्वश्रेष्ठ तड़ीपार मंत्री कौन है। न्यूयॉर्क टाइम को यह भी बताना चाहिए क्योंकि भारत के सम्मान की बात है। अनुभव शुक्ला नाम के एक ट्विटर यूजर लिखते हैं, ‘ वैसे तो न्यूयॉर्क टाइम्स को यह भी बताना चाहिए कि चुनाव के समय सबसे ज्यादा फेंकने वाले नेता कौन हैं?’

जितेंद्र नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा कि बिना किसी डाउट के बता देता हूं कि मनीष सिसोदिया बेस्ट शराब मंत्री हैं। दिनेश कुमार सिंह लिखते हैं – ये लोग देश के चौथे स्तंभ माने जाते हैं, गजब का सवाल कर रहे हैं। दिनेश कुमार सिंह नाम के यूज़र द्वारा कमेंट किया गया, ‘ न्यूयॉर्क टाइम्स को देश के सबसे ईमानदार पत्रकारों की सूची तैयार करनी चाहिए।’ सुधांशु नाम के ट्विटर यूजर ने कमेंट किया कि न्यूयॉर्क टाइम्स को इसका जवाब जरूर देना चाहिए, वैसे समय लग रहा है कि मनीष सिसोदिया ही दुनिया के बेस्ट शराब मंत्री हैं।

न्यूयार्क टाइम्स में लिखी गई थी ऐसी बात

न्यूयॉर्क टाइम्स के इंटरनेशनल वर्जन के फ्रंट पेज पर अरविंद केजरीवाल की शिक्षा मॉडल की तारीफ करते हुए एक रिपोर्ट छापी गई थी। इस आर्टिकल में लिखा गया था, ‘भारत में जहां लाखों परिवार गरीबी दूर करने के लिए शिक्षा की ओर देख रहे हैं, वहां के स्कूलों की लंबे समय से खराब स्थिति के हालात अब बदल गए हैं। जहां दिल्ली के सरकारी स्कूलों में साल 2014 से दसवीं और बारहवीं के बच्चों के पास होने का अपमान 89 और 82% थे, वो पिछले साल 100 फीसदी रहा। दिल्ली के शिक्षा मॉडल की तारीफ करते हुए लिखा गया था कि स्कूलों की कायापलट के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल करोड़ों रुपए खर्च कर रहे हैं।