वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद में हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि यहां पर वजूखाने में शिवलिंग मिली है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने इसे तमाशा बताते हुए नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज बाबरी मस्जिद के बाद एक और मस्जिद को किसी भी हालत में खोना नहीं सकता। इसी विषय पर असदुद्दीन ओवैसी ने एक टीवी चैनल से बातचीत की।
ज्ञानवापी मस्जिद के विषय पर कई सवालों के बीच एंकर अंजना ओम कश्यप (Anchor Anjana Om Kashyap) ने ओवैसी से पूछा, ‘ अगर वज़ूखाने में शिवलिंग पाया जाता है तो इस्लाम के हिसाब से उसे मस्जिद मानना ठीक होगा। जिस मस्जिद की एक दीवार ही हिंदू धर्म के अनुसार बनी हो, जिस पर घंटियां बनी हो। वहां पर मस्जिद होना आपको सही लगता है?’ ओवैसी ने इसके जवाब में कहा कि मुझे बिल्कुल सही लगता है।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में कहा है कि पार्लियामेंट के बनाए रूल का उल्लंघन नहीं होना चाहिए। उन्होंने भड़कते हुए कहा, ‘ मैं कानून की बात मानूं या फिर किसी और की? अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मसले पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए।’ उन्होंने यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बयान का जिक्र कर कहा कि उन्होंने तो इसे सही बता दिया।
ओवैसी ने केशव प्रसाद मौर्य पर निशाना साधते हुए कहा कि वह आज तक जो नहीं कर पाए थे, अब वह कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि संघ परिवार की लिस्ट में ज्ञानवापी की तरह ही कई और मस्जिद हैं। बाबरी मस्जिद के निर्णय का जिक्र करते हुए ओवैसी ने कहा कि मैंने उस वक्त भी कहा था कि यहां पर केवल बाबरी मस्जिद का ही सवाल नहीं है बल्कि इस तरह आगे भी किया जाएगा।
ओवैसी के बयान पर लोगों की प्रतिक्रियाएं : एक टि्वटर हैंडल से ओवैसी का समर्थन करते हुए कहा गया कि हर चैनल पर सिर्फ एक ही बंदा दर्द और तर्क के साथ मुस्लिम समाज की बात कर रहा है। चंदन पांडे नाम के एक यूज़र कमेंट करते हैं, ‘ जनाब कभी तो सच भी बोला करो, हर वक्त राजनीति के लिए अपनी ही कौम को धोखे में रखना सही नहीं है।’ संजय कोशल नाम के एक यूजर लिखते हैं कि इन्हें मुगलों की पैरवी क्यों करनी है?