उद्योगपति आनंद महिंद्रा अक्सर ही अपने सोशल मीडिया अकाउंट से कुछ मजेदार व कुछ इंस्पिरेशनल वीडियो शेयर करते रहते हैं। ऐसा ही एक वीडियो उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया है। उनके द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि एक लड़की महिंद्रा के ट्रैक्टर पर बैठकर एक सजे सजाए रूम में एंट्री ले रही है।

इस वीडियो के साथ महिंद्रा ने लिखा – लैटिन अमेरिकी संस्कृतियों में एक लड़की ने तय किया कि वह अपना 15 वां जन्मदिन सभी के लिए यादगार तरीके से मनाएगी। उसे ट्रैक्टर पसंद हैं और वह महिंद्रा ब्रांड से प्यार करती है। इसलिए हमारे डिस्ट्रीब्यूटर ने सेलिब्रेट करने के लिए उसे एक छोटा ट्रैक्टर उधार दिया। इस वीडियो को देखकर सोशल मीडिया यूजर्स अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

मानव अग्रवाल (@Manavvaggar) ने लिखा कि यह देखना सुखद है कि भारतीय ब्रांड अपनी जगह बना रहे हैं। गौतम मदन (@GautamMadan18) लिखते हैं कि कितने खूबसूरत और प्यार भरे तरीके से यह लड़की अपने जन्मदिन को इंजॉय कर रही है। जॉर्ज (@gkurikose) ने लिखा कि लड़की की एंट्री की स्टाइल भी काफी शानदार है।

संतोष बागरोदिया (@BagrodiaSantosh) ने लिखा कि लड़की का हाव भाव कितना खूबसूरत है। क्या आप ऐसा ही तोहफा किसी भारतीय ग्राहक को भी दे सकते हैं? रितिक सावंत (@BagOfCurls) इस वीडियो पर लिखते हैं कि आनंद महिंद्रा जी, मैं भी अपनी पत्नी को ऐसा गिफ्ट देना चाहता हूं। समीर शर्मा (@iamsammeer1009) नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि मेरा देश मेरी शान। धन्यवाद आनंद महिंद्रा.. इंडिया आगे बढ़ रहा है क्योंकि आप जैसे लोगों लीड कर रहे हो।

मसरत मुस्ताक (@anonymassi) ने लिखा कि किसान आंदोलन कर रही कुछ महिलाओं को भी ऐसे ट्रैक्टर की जरूरत है। जेएस चड्ढा (@Commnandar) टि्वटर हैंडल से कमेंट आया कि यह देखकर खुशी और गर्व हो रहा है कि भारतीय ब्रांड दुनिया में पॉपुलर हो रहे हैं। दिग्विजय सिंह (@digvi1995) नाम के ट्विटर हैंडल से हटने वाली युवती के साथ लिखा गया कि किसी को खुश करने का अच्छा तरीका है, मैं भी अपने ससुराल वालों के बारे में सोचता हूं।

Mahindra Group के आनंद महिंद्रा के नाम पर फर्जी खबर शेयर, यूं दिया जवाब

बता दें कि इससे पहले उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने अपनी ब्लैक एंड वाइट में एक तस्वीर साझा करते हुए उन्होंने लिखा था कि, ‘जवानी के सबसे अच्छे वीकेंड को याद करते हुए। 1972 में मैं 17 साल का था। मैं और मेरा एक दोस्त अक्सर ट्रकों पर सवारी करके ‘बॉम्बे’ से ‘पूना’ तक जाया करते थे। शायद तभी मुझे खुली सड़कों से प्यार हो गया। उस वक्त बॉलीवुड फिल्म परिचय आई थी और हम मुसाफिर हूं यारों गाते हुए जा रहे थे।