देश के सबसे बड़े फैशन ई-कॉमर्स ब्रांडों में से एक मिंत्रा (Myntra) की मुसीबतें बढ़ सकती है। कंपनी पर कथित रूप से विदेशी निवेश नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगा है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) मिंत्रा और उससे जुड़ी कई सहयोगी संस्थाओं के खिलाफ नोटिस जारी किया है। यह नोटिस फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) 1999 की धारा 16(3) के तहत जारी किया है।

फ्लिपकार्ट के स्वामित्व वाले प्लेटफॉर्म को ED का नोटिस

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 23 जुलाई (बुधवार) को कहा कि फ्लिपकार्ट के स्वामित्व वाले ई-कॉमर्स प्लेटफार्म मिंत्रा ने “थोक कैश एंड कैरी” कारोबार संचालित करने का दावा करके 1,654.35 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश प्राप्त किया, लेकिन इसके बजाय उसने अपना अधिकांश सामान वेक्टर ई-कॉमर्स प्राइवेट लिमिटेड को बेच दिया, जिसने फिर उन्हें उपभोक्ताओं को बेचा। ED के अनुसार, वेक्टर ई-कॉमर्स प्राइवेट लिमिटेड और मिंत्रा डिज़ाइन्स प्राइवेट लिमिटेड एक ही कंपनी ग्रुप से संबंधित हैं।

भारत में एक नीति है जो स्थानीय रिटेल विक्रेताओं की सुरक्षा के लिए विदेशी कंपनियों को थोक कारोबार में सीधे भाग लेने और उपभोक्ताओं को सीधे बिक्री करने से रोकती है। मिंत्रा, अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसे विदेशी स्वामित्व वाले ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को खरीदारों और विक्रेताओं को जोड़ने के लिए बाजार के रूप में कार्य करने की अनुमति है, लेकिन सरकारी नीतियां इन दिग्गजों को सामान स्टॉक करने या उन्हें सीधे उपभोक्ताओं को बेचने से रोकती हैं।

वॉलमार्ट समर्थित यह ऑनलाइन फैशन रिटेलर पिछले कुछ वर्षों में अपने क्विक कॉमर्स बाजार का विस्तार कर रहा है। देश के करीब आधे फैशन ई-कॉमर्स मार्केट पर इसका कब्जा है। यह इंस्टाग्राम, अमेजन लाइव और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म पर प्रभावशाली लोगों और मशहूर हस्तियों के साथ साझेदारी करके सोशल कॉमर्स में भी कदम रख रहा है।

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मिंत्रा ने क्या कहा?

रॉयटर्स को दिए एक बयान में, मिंत्रा ने कहा कि उसे अभी तक भारतीय अधिकारियों से इस मामले से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं मिला है और वह “किसी भी समय उनके साथ सहयोग करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”

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फ्लिपकार्ट के पास मिंत्रा का स्वामित्व

मिंत्रा की स्थापना मिंत्रा में हुई थी। बेंगलुरु स्थित ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को 2014 में फ्लिपकार्ट ने अधिग्रहित कर लिया था और बाद में फ्लिपकार्ट अधिग्रहण के तहत अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट ने भी इसे खरीद लिया था।

CAIT ने क्या कहा?

अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (CAIT) ने कहा है कि विदेशी समर्थित ऑनलाइन रिटेल विक्रेता FDI मानदंडों का उल्लंघन कर रहे हैं और भारत सरकार से भारी छूट जैसी अनियमितताओं के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।